HomeBiharElection 2024 CM Yogi: योगी की Bihar में एंट्री, कितना होगा असर?

Election 2024 CM Yogi: योगी की Bihar में एंट्री, कितना होगा असर?

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर प्रचार रफ्तार पकड़ चुका है. देश भर में खूब प्रचार हो रहा है. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है. बिहार में भी चुनाव प्रचार जोर पकड़ चुका है. नेताओं की धुआंधार रैली हो रही है. आज 14 अप्रैल को योगी आदित्यनाथ ने भी बिहार में चुनावी जनसभा को संबोधित किया है. सीएम योगी ने आज औरंगाबाद और नवादा में सभा को संबोधित किया है. तो चलिए जानते हैं कि बिहार में योगी के आने से क्या प्रभाव पड़ेगा?

बिहार में क्या बोले सीएम योगी

सीएम योगी जनसभा को संबोधित करते हुए अपने द्वारा किए गए कार्यों को बता रहे थे. उन्होंने कहा कि 

“हमने यूपी की सत्ता में आते ही गुंडो-माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अब यूपी में जय श्रीराम के साथ-साथ राम नाम सत्य हो रहा है. अब हाल यह है कि यूपी में गुंडे तख्ती लगाकर चलते है कि जान बख्श दो.”

सीएम योगी ने आगे कहा कि “हमारे यहां सात साल से कोई दंगा नही हुआ है, कर्फ्यू नही लगा है. उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस और राजद वाले राम मंदिर पर सवाल उठाते थे अब कहते हैं कि राम सबके हैं, इसलिए इनका भरोसा मत करना.” 

सीएम योगी से नवादा में भाजपा ने क्या साधा?

हम सभी जानते हैं कि नवादा में भूमिहार, यादव और लव कुश समीकरण है. लेकिन यहां राजपूत जाति की आबादी भी ठीक ठाक है.राजपूतों की बात करें तो वे नवादा में राजपूत कम संख्या में हैं लेकिन निर्णायक मत रखते हैं. सीएम योगी की जाति भी राजपूत है. ऐसे में भाजपा चाहेगी कि किसी भी राजपूत का वोट न बंटे. श्रवण कुशवाहा से वहां भाजपा को जोरदार टक्कर देखने को मिल रही है.

औरंगाबाद में गरजे योगी…

औरंगाबाद के बारे में एक कहावत है कि यह सीट हमेशा राजपूतों की रही है. यहां सबसे अधिक राजपूत सांसद ही बने हैं. लेकिन पिछली बार यहां कांटे की टक्कर मिली थी. भाजपा की जीत का अंतर काफी कम था. भाजपा भी यहां योगी को उतार कर राजपूत वोटरों को साधने की कोशिश की है. हालांकि राजपूत परंपरागत रूप से राजपूत भाजपा के ही वोटर रहे है.

योगी हिन्दुत्व का बड़ा चेहरा    

राजपूत होने के साथ ही सीएम योगी की पहचान हिन्दु ह्रदय सम्राट के रूप में भी है. राज्य में भाजपा को तेजस्वी यादव से खूब टक्कर मिल रही है. 400 पार की लक्ष्य को पाने के लिए भाजपा को बिहार और उत्तर प्रदेश की सभी सीटों को जीतना जरूरी है. ऐसे में भाजपा अपने चुनाव प्रचार में कमी नहीं चाहेगी  

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments