HomeBiharअपनी रिहाई के आदेश को लेकर आनंद मोहन ने मायावती के आरोपों...

अपनी रिहाई के आदेश को लेकर आनंद मोहन ने मायावती के आरोपों पर दिया करारा जवाब, कहा-कौन मायावती हम नहीं जानते

लाइव सिटीज पटना: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णेया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का आदेश जारी हो गया है. हालांकि इसको लेकर सियासत भी तेज है. यूपी की पूर्व सीएम मायावती समेत अन्य लोगों ने आनंद मोहन की रिहाई पर आपत्ति जताई थी. वहीं बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के आदेश को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर बसपा सुप्रीमो मायावती के आरोपों पर आनंद मोहन ने करारा पलटवार किया है. आनंद मोहन ने तो यहां तक कह डाला है कि कौन मायावती हम नहीं जानते हैं.

बसपा सुप्रीमो मायावती के आरोपों पर आनंद मोहन ने पलटवार करते हुए कहा कि कौन मायावती हम नहीं जानते हैं. उन्होंने कहा कि सत्यनारायण भगवान की पूजा में कलावती का नाम सुना था. रिहाई के आदेश के बाद आनंद मोहन ने कहा कि हत्याकांड में सजा काटने के बाद रिहाई हुई है. मेरे और मृतक डीएम के परिवार ने काफी दुख झेला है. उन्होंने कहा कि बयानबाजी करने वालों का मुझे जवाब नहीं देना है.

वहीं नीतीश कुमार की विपक्षी एकता को लेकर आनंद मोहन ने कहा कि नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की मुहिम का स्वागत है. उन्होंने कहा कि एक मजबूत विपक्ष होना चाहिए. समय आने दीजिए आगे की राजनीतिक राह तय करेंगे अपने साथियों के साथ बैठकर फैसला करेंगे. वहीं आगामी राजनीतिक भविष्य को लेकर आनंद मोहन ने कहा कि 27 अप्रैल के बाद राजनीतिक सफर का ऐलान करेंगे.

आनंद मोहन के पहले इस मामले में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी मायावती के आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि आनंद मोहन की रिहाई पर अब भाजपा खुलकर आई है. पहले तो यूपी की अपनी बी टीम से विरोध करवा रही थी. बीजेपी को यह पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार के सुशासन में आम व्यक्ति और खास व्यक्ति में कोई अंतर नही किया जाता है. ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के सुशासन में न तो किसी को फंसाया जाता है न ही किसी को बचाया जाता है.

बता दें कि बीएसपी चीफ मायावती ने बाहुबली की रिहाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि बिहार की नीतीश सरकार द्वारा, आन्ध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) महबूबनगर के रहने वाले गरीब दलित समाज से आईएएस बने बेहद ईमानदार जी. कृष्णैया की निर्दयता से की गई हत्या मामले में आनन्द मोहन को नियम बदल कर रिहा करने की तैयारी देश भर में दलित विरोधी निगेटिव कारणों से काफी चर्चाओं में है.

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments