लाइव सिटीज, गया :केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने श्रद्धा मर्डर केस पर कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने ज्ञान देते हुए कहा कि पढ़ी-लिखी लड़कियों को अनपढ़ लड़कियों से सीख लेनी चाहिए और लिव इन से तौबा करनी चाहिए. कौशल किशोर ने श्रद्धा की जिक्र करते हुए करहा कि पढ़ी-लिखी लड़कियां लिव-इन के लिए अपने मां-बाप को छोड़ देती हैं. इससे अपराध बढ़ता है. किसी को भी लिव इन में नहीं रहना चाहिए. केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर चौधरी आज बिहार के गया पहुंचे, जहां महान वीरांगना ऊदा देवी के श्रंद्धाजलि सभा में शामिल हुए.
मंत्री कौशल किशोर ने सुझाव देते हुए कहा कि लड़कियों को लिव इन की बजाय कोर्ट में शादी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह लड़कियों की भी जिम्मेदारी है, क्योंकि वे अपने माता-पिता को छोड़ देती हैं, जिन्होंने उन्हें वर्षों तक पाला है. वे लिव-इन संबंध में क्यों रह रही हैं? अगर उन्हें कोई लड़का पसंद है और उसके साथ रहना है तो इसके लिए उचित कागजी कार्रवाई करानी चाहिए. अगर मां-बाप सार्वजनिक रूप से लिव इन के रिश्ते के लिए तैयार नहीं हैं, तो आपको कोर्ट में शादी करनी चाहिए और फिर साथ रहना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने श्रद्धा वालकर हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा, ‘ऐसी घटनाएं उन सभी लड़कियों के साथ हो रही हैं जो पढ़ी-लिखी हैं और सोचती हैं कि वे बहुत खुले विचारों की हैं, अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं. ऐसी लड़कियां लिव-इन में फंस जाती हैं. लड़कियों को ध्यान रखना चाहिए कि वे ऐसा क्यों कर रही हैं. पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार हैं क्योंकि पिता और मां दोनों ही ऐसे रिश्ते के लिए मना करते हैं. पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे रिश्तों में नहीं रहना चाहिए.