लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: उड़ीसा राज्य के मयूरभंज जिले में धनघरी(बड़चतरा) सारस्काना में “वंदना पर्व भेटघाट” का आयोजन किया गया जिसमे स्थानीय लोगों के साथ ही बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार शामिल हुए.
यह कार्यक्रम मुख्य रूप से प्रकृति की पूजा के रूप में हर वर्ष उड़ीसा के कुड़मी सेना द्वारा आयोजित किया जाता है। इस पर्व में प्रकृति के साथ-साथ पशु की भी पूजा होती है। यह पर्व स्थानीय सभ्यता एवं संस्कृति से जुड़ा हुआ है। इस पर्व की महत्ता उड़ीसा राज्य के साथ-साथ बंगाल, झारखंड एवं असम राज्य में भी काफी है। इन सभी राज्यों से इसके मानने वाले इस पर्व में भाग लेते हैं तथा बड़ी ही श्रद्धा के साथ इस पर्व का आयोजन करते हैं।
इस कार्यक्रम में भाग लेते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि एक समय था जब बिहार, उड़ीसा एवम् झारखंड राज्य एक था। बिहार से पहले उड़ीसा अलग हुआ पुनः झारखंड राज्य का गठन हुआ। आज भी तीनों राज्यों की सभ्यता संस्कृति, संस्कार, पर्व- त्योहार इत्यादि आपस में मिलते जुलते हैं तथा इनका आपस में घनिष्ठ संबंध भी है।
इस अवसर पर सभापति कुड़मी सेना उड़ीसा जमुनी कुमार महंता, सभापति कुड़मी समाज पश्चिम बंगाल राजेश महतो, अध्यक्ष कुड़मी सेना झारखंड शैलेंद्र महतो, अध्यक्ष कुड़मी संस्कृति विकास समिति झारखंड स्वपन कुमार महतो, महासचिव कुड़मी विकास मोर्चा झारखंड मुरलीधर महतो, सदस्य कुड़मी संस्कृति विकास समिति झारखंड भूषण चंद्र महतो, बसंत महतो, शत्रुधन महतो रवि महतो, तुषार महतो, मलाई महतो, शक्ति महतो पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त अन्य कई लोग उपस्थित थे।