पूर्व लाइव सिटीज, पटना: केंद्रीय मंत्री RCP सिंह ने सूबे की शिक्षा व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार पर करारा हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था बिलकुल ध्वस्त हो चुकी है। उच्च शिक्षा की स्थिति तो और भी बत्तर है ! उन्होंने आगे कहा कि नीतीश बाबू आप सूबे के बच्चों को पोशाक, पुस्तकें, साइकिल का पैसा देते ही हैं लेकिन अब बड़ा दिल दिखाते हुए अब बच्चों को ट्यूशन और कोचिंग का पैसा भी दे।
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश बाबू ,आप तो जानते ही हैं कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है।नालंदा विश्वविद्यालय,उदंतपुरी विश्वविद्यालय(बिहार शरीफ),विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसी विश्व विख्यात संस्थाएँ बिहार में ही थी । भारतवर्ष के साथ-साथ विदेशों के विद्यार्थीगण भी यहाँ ज्ञान अर्जन करते थे। आपको पता है न नीतीश बाबू, कि आज बिहार में एक भी शैक्षणिक स्थान की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर नहीं है। आपको याद दिला दें मुख्यमंत्री महोदय कि विगत 33 वर्षों में बिहार पर या तो श्रीमान लालू जी के परिवार ने या आपने ही शासन किया है। आपने कभी सोचा कि कैसे बिहार शिक्षा के क्षेत्र में इतना पिछड़ गया ?
शिक्षा व्यवस्था पर सीएम नीतीश कुमार को घेरते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि हम लोग जब विद्यार्थी थे (1960-80) तो बिहार में शिक्षा की ऐसी स्थिति नहीं थी. आरसीपी सिंह ने कहा कि उन्होंने और उनके जैसे हजारों साथियों ने अपनी प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाई स्कूल तक की शिक्षा गांव के स्कूल में प्राप्त की थी. उस समय विद्यालयों में भवन एवं अन्य सुविधाओं का अभाव था लेकिन शिक्षकों में अध्यापन के प्रति इतनी लगन थी कि उस समय शिक्षा का स्तर उच्च कोटि का था. कहा कि उन्होंने गांव के विद्यालयों में पढ़कर ही उन्होंने और उनके जैसे कई साथियों ने यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. वो भी बिना ट्यूशन और कोचिंग के! नीतीश का नाम लेते हुए कहा कि समझिए बिहार में उस समय शिक्षा का क्या स्तर था.
आरसीपी सिंह ने कहा कि आप (नीतीश) भी अपना खुद का उदाहरण देखिए. अपने गांव में पढ़ाई नहीं की लेकिन कस्बे के विद्यालय (बख्तियारपुर) में पढ़कर आप इंजीनियर बन गए. मैं अपने गांव में आज देखता हूं कि बच्चों ने सरकारी विद्यालयों में दाखिला करा रखा है परंतु अपनी पढ़ाई, ट्यूशन या कोचिंग के माध्यम से ही कर रहे हैं. आप तो भाषण देंगे कि शिक्षा का बजट इस वर्ष 40 हजार करोड़ से भी ज्यादा का है. आप बच्चे को पोशाक, पुस्तकें, साइकिल का पैसा देते हैं परंतु कोचिंग और ट्यूशन का पैसा तो उनके अभिभावक ही देते हैं.
आरसीपी सिंह ने सवाल पूछते हुए ट्विटर पर लिखा- “क्या आप कुर्सी की ही चिंता में डूबे रहिएगा मुख्यमंत्री महोदय? बच्चों की शिक्षा बदहाल! आप और आपके मंत्री खुशहाल! कुर्सीवाद जिंदाबाद! कुर्सीवाद जिंदाबाद!”