लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: जन सुराज पदयात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पेंडुलम की तरह भाजपा और राजद के बीच लटके हुए रहते हैं. कभी इसके साथ तो कभी उसके साथ. उनके लिए कुर्सी सबसे महत्वपूर्ण है. जदयू का राजनीतिक भविष्य खत्म हो चुका है.
प्रशांत किशोर ने कहा महागठबंधन को जो लोग भाजपा के खिलाफ मजबूत विकल्प समझ रहे हैं वो भ्रम में हैं. उपचुनाव खत्म होते ही दोनों पार्टियों में सिर फुटौवल चालू हो जाएगा. जन सुराज पदयात्रा के 31वें दिन लौरिया प्रखंड के साहू जैन हाई स्कूल स्थित पदयात्रा शिविर में मीडिया से बात करते हुए पीके ने कहा कि, नीतीश कुमार बोले थे मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा और कितनी आसानी से वो भाजपा के साथ चले गए. लोगों का नीतीश कुमार से विश्वास खत्म हो गया है. उन्हें डर है कि नीतीश फिर से पलटी ना मार दें.
उन्होंने कहा कि सरकार से लोगों की उम्मीद खत्म हो गई है. लोगों के भीतर बहुत गुस्सा है. लालू-नीतीश के काम को अगर काम मान भी लें तब भी बिहार अभी बहुत पिछड़ा है. ग्रामीण सड़कों की स्थिति बहुत खराब है। लोग भारी बिजली के बिलों से परेशान हैं. नल-जल योजना का भी हाल बेहाल है. सरकारी दबाव में आकर अधिकारीयों ने गांवों को गलत ODF घोषित कर दिया है. कृषि की लागत बढ़ी है और कमाई घट गई है.
प्रशांत किशोर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के आरोप पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि संजय जायसवाल को पता है कि मैं नीतीश कुमार से रोज बात करता हूं, उनकी सरकार है, मेरा नंबर पहले से पेगासस की लिस्ट में है, जांच करवा लें. संजय जायसवाल की घबराहट ये है की बैठे-बैठे उनको और उनके दल को जो फ्री का वोट मिलता रहा है, वो इस नाम पर मिलता रहा है कि जो लोग लालू जी को वोट नहीं देना चाहते, वो भाजपा से नाराज होकर भी भाजपा को वोट दे देते हैं. लालू जी लोगों भाजपा का डर दिखाकर वोट मांगते हैं. अब इन लोगों की छटपटाहट ये है कि अगर जनता ने मिलकर अपना विकल्प बना लिया तो फिर उनको कौन वोट देगा, इसी बौखलाहट में बेचारे अनाप-शनाप बक रहे हैं.