लाइव सिटीज, पटना: प्रशांत किशोर ने एकबार फिर तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. चुनावी रणनीतिकार से नेता बने पीके ने कहा है बिहार के चाचा भतीजे की जोड़ी में से भतीजे की व्यक्तिगत पहचान केवल इतनी है की वे लालू यादव के बेटे हैं. इसके अलावे तेजस्वी यादव ने शिक्षा ,खेलकूद या अन्य कोई सामाजिक कार्य या किसी भी क्षेत्र में ऐसा कोई काम नहीं किया जिसको नोटिस किया जाए. पीके ने कहा कि लालू यादव के लड़के होने के अलावा तेजस्वी यादव की कोई पहचान नहीं है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में पिछले तीस सालों से बारी- बारी से लालू यादव और नीतीश कुमार की सरकार है. इसके बाद बड़े भाई और छोटे भाई ने बिहार में यह धारना बना दी है कि बिहार में इससे बेहतर कुछ हो नहीं सकता है.
प्रशांत किशोर राजनीतिक पार्टी बनाने से पहले जनसुराज अभियान के तहत पदयात्रा पर हैं वह 54 वें दिन पूर्वी चंपारण पहुंचे हैं. यहां उन्होंने नीतीश कुमार के फिर पाला बदलने की बात कही. पीके ने कहा-2015 में नीतीश कुमार ने सदन में कहा था कि मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा, लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाउंगा. और 2 साल बाद बिना वजह बीजेपी के साथ चले गए.
प्रशांत किशोर ने कहा- अगर बिहार में राजनीतिक परिस्थितियां बदली तो नीतीश कुमार को बदलने में देर नहीं लगेगी. अभी भी इसके लिए उन्होंने विकल्प बनाए रखा है. 2015-16 में जिस तरह अरुण जेटली थे. उस तरह ही उन्होंने हरिवंश नारायण सिंह के माध्यम से वे बीजेपी के संपर्क में हैं. नीतीश कुमार की बस एक ही प्राथमिकता है कि मैं मुख्यमंत्री बना रहा हूं, बाकी राज्य में जो चलता है वह चलता रहे. वह जिस जंगलराज को खत्म करने के नाम पर नीतीश कुमार यहां काम कर रहे हैं उसी को फिर पीछे के दरवाजे से घुसाने की कोशिश कर रहे हैं