देश भर में चुनाव का माहौल चल रहा है लोकसभा चुनाव 2024 कुल 7 चरण में होने हैं. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा. हम सभी जानते हैं कि देश भर में ईवीएम से चुनाव होना है. भारत में अब लगभग हर जगह ईवीएम से चुनाव होता है. हालांकि राजनीतिक दलों के द्वारा इस पर आरोप भी लगते रहता है कि ईवीएम सुरक्षित नहीं है. तो ऐसे में आज हम जानेंगे कि ईवीएम में वोट कब तक सुरक्षित रहता है? और ये मशीन कैसे करती है काम?
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में ईवीएम के जरिए ही चुनाव होता है. ऐसे में इसकी विश्वनीयता पर भी काफी सवाल उठते रहे हैं. तो चलिए आज जानते हैं कि जब हम ईवीएम में वोट देते हैं तो वो कितने समय तक सुरक्षित रहता है. और कैसे करता है काम…EVM यानि इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन में दो यूनिट होती है. पहली कंट्रोल यूनिट और दूसरी बैलेट युनिट, इसका कंट्रोल यूनिट मतदान पर पोलिंग ऑफिसर के पास रहता है. जबकि बैलेट यूनिट में हम सभी वोट देते हैं. ईवीएम के दोनों यूनिट आपस में एक दुसरे से कनेक्ट रहते हैं.
कितने दिनों तक ईवीएम की मेमोरी काम करता है
अक्सर ईवीएम पर सवाल उठता देख हम सभी के मन में एक प्रश्न उठता है कि ईवीएम में डाटा कितने दिनों तक सुरक्षित रहता है. इस सवाल का जवाब मिला चुनाव आयोग के पास, चुनाव आयोग के अनुसार अगर किसी मतदान केंद्र में उपयोग में लाए हुए ईवीएम की मेमोरी में 100 साल तक डाटा सुरक्षित रहता है.अगर किसी उम्मीदवार द्वारा चुनाव के बाद कोर्ट में विवाद दायर नहीं किया जाता है तो चुनाव आयोग द्वारा वोटों की गिनती के बाद उसकी डाटा को डिलीट कर दिया जाता है.