लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बिहार में नगर पालिका चुनाव स्थगित हो जाने के बाद जेडीयू और बीजेपी के बीच बयानबाजी जारी है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने इस मामले में बीजेपी के चेहरे का पोल खोल, हल्ला बोल करने की बात कही तो वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार का पोल खोलने का एलान कर दिया. रेणु देवी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज बिहार में नया खेल चल रहा है. महागठबंधन के लोग पिछड़े लोगों की हकमारी कर रहे हैं. कोई पोल खोल करेगा मैं आज पोल खोल कर रही हूं.
रेणु देवी ने कहा कि निकाय चुनाव में प्रत्याशियों का खर्च, सरकार का खर्च जो हुआ उसको कौन देगा? मुख्यमंत्री ने अतिपिछड़ों का विश्वास तोड़ा है. एजी की रिपोर्ट सार्वजनिक करें. रेणु देवी ने कहा कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जानते थे कि मध्यप्रदेश में कैसे चुनाव हुआ, महाराष्ट्र में कैसे चुनाव हुआ तो ऐसी क्या आपाधापी थी कि महागठबंधन की सरकार बनते ही नगर पालिका चुनाव का एलान कर दिया?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरकार पर हमलावर रेणु देवी ने कहा कि जेडीयू क्या पोल करेगी मैं पोल खोलती हूं कि जब महागठबंधन की सरकार बनानी थी तो इमरजेंसी में एक दिन के लिए विधानसभा खोला गया फिर अतिपिछड़ों की बात थी तो उसके लिए विधानसभा क्यों नहीं खोला गया? क्यों एक दिन का सत्र बुलाकर अतिपिछड़ों को क्या देना है इस पर चर्चा नहीं की गई? नीतीश कुमार अतिपिछड़ों के मसीहा बनते हैं तो क्या उनके लिए यह जरूरी नहीं था?
एक सवाल के जवाब में रेणु देवी ने कहा कि महागठबंधन में जब गए तब नगर पालिका चुनाव का बिगुल फूंका गया. हमारी सरकार (एनडीए) रहते चुनाव की तारीख नहीं मिली थी. हम भी अतिपिछड़े से आते हैं. अब अतिपिछड़ा के लोग रोड पर आएंगे और सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे.