लाइव सिटीज, पटना: BSSC पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई को 2 दिन बाद ही बड़ी सफलता मिली है. EOU ने सुपौल में छापेमारी कर मुख्य अभियुक्त परीक्षार्थी अजय कुमार और कांड में सहयोगी उसके भाई विजय को गिरफ्तार कर लिया है. अजय के पिता दारोगा हैं और बेतिया थाने में पदस्थापित हैं. बता दें कि बीएसएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र प्रसारित होने के मामले की जांच मिलने के बाद ईओयू ने शुक्रवार को ही प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी. इस मामले में अबतक पांच गिरफ्तारी हो चुकी है.
इस पूरे मामले के खुलासे में बिहार कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा अपनाई गई एडवांस कोडिंग सिस्टम की भूमिक अहम रही. जानकारी के अनुसार इस बार सभी प्रश्न पत्रों की कोडिंग इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से खास तरीके से की गई थी. इससे जब प्रश्नपत्र व्हाट्सएप पर सामने आया तो बीएसएससी के अधिकारियों ने चंद घंटे में पता कर लिया कि इस प्रश्न पत्र को किस शहर के किस सेंटर पर बांटा गया था. जांच के क्रम में पता चला कि मोतिहारी स्थित परीक्षा केंद्र शांति निकेतन जुबली स्कूल के कमरा नंबर 42 में इस प्रश्न पत्र का वितरण किया गया था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इओयू की एडवांस तकनीकी टीम ने इस बात को भी पता लगा लिया था कि परीक्षा के समय इस सेंटर में कितने मोबाइल नंबर उपयोग हो रहे थे. जांच में करीब 70 नंबर सामने आए. इसके बाद टीम ने यह पता लगाया कि इसमें वीक्षक, मजिस्ट्रेट, पुलिसकर्मी समेत परीक्षा कार्य में तैनात अन्य कर्मियों को छोड़कर किसके किसके पास मोबाइल है. जांच के क्रम में कमरा नंबर 42 से एक परीक्षार्थी के पास मोबाइल होने की बात सामने आई. इसके बाद जांच में अजय के पास से ही पेपर लीक होने की पुष्टि हुई. अजय मूल रूप से सुपौल का रहनेवाला है.