लाइव सिटीज, पटना: बीपीएससी चेयरमैन अतुल प्रसाद ने लास्ट वार्निंग देते हुए कहा कि अब अगर कोई बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर बीपीएससी पर बेबुनियाद आरोप लगाने की कोशिश करता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। चेयरमैन ने साफ़ तौर पर कहा कि BPSC को लेकर झूठी शिकायत या अफवाह फैलाने की कोशिश करता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया के एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि बिना सोचे-समझे आयोग पर बेबुनियाद आरोप लगाने वालों को गंभीर परिणाम के लिए सचेत किया। उन्होंने कहा कि अन्य विषय पर भ्रम अनावश्यक था, स्पष्टीकरण भी अनावश्यक था, लेकिन यह केवल अनुरोध पर जारी किया गया था।
उन्होंने बताया कि देर से स्पष्टीकरण के लिए बीपीएससी को दोषी ठहराने वालों को अभी भी यह समझ में नहीं आया है कि आवेदनों में संशोधन करने की कोई आवश्यकता नहीं है। बिना सोचे-समझे लगाए गए आरापों के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
अतुल प्रसाद ने दूसरे पोस्ट में कहा है कि शिक्षक नियुक्ति पहला चरण (टीआरई वन) के परिणाम को लेकर बगैर शपथ पत्र के 741 शिकायतें प्राप्त हुईं। अनावश्यक शिकायतों के ऐसे सभी मामलों से सख्ती से निपटा जाएगा।
वहीं, जानकारी मिल रही है कि पहले चरण की नियुक्ति परिणाम को लेकर 1500 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं। 11 नवंबर तक आयोग ने आनलाइन द्वारा से शपथ पत्र के साथ अभ्यर्थियों से परिणाम के विरुद्ध आपत्ति मांगी थी।