लाइव सिटीज, पटना: बीपीएससी 67वीं की प्रीलिम्स परीक्षा शुक्रवार को समाप्त हो गई. परीक्षा समाप्त होने के बाद बीपीएससी आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा को कदाचार मुक्त और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए आयोग की तरफ से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे. इसके परिणाम स्वरूप परीक्षा कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न हुआ है.
उन्होंने बताया कि परीक्षा में इस बार तीन चीज में परिवर्तन लाया गया और यह कारगर सिद्ध हुआ. पहला यह कि परीक्षा शुरू होने के 1 घंटे पहले सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल के अंदर प्रवेश कर जाना है, उसके बाद किसी परीक्षार्थी को परीक्षा हॉल के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. 11:00 बजे के बाद किसी परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल के अंदर प्रवेश नहीं दिया गया.
BPSC आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि दूसरा यह कि पिछली बार जो गलती हुई थी कि क्वेश्चन पेपर सेंटर पर पहले पहुंच गया था और परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में आ और जा रहे थे, ऐसे में इस बार इस प्रकार की घटना ना हो और क्वेश्चन पेपर वायरल होने जैसी घटना ना हो इसको लेकर क्वेश्चन पेपर सीलबंद स्टील के बक्से में सेंटर पर भेजा गया. यह 11:00 बजे के बाद भेजा गया जब परीक्षा हॉल के अंदर परीक्षार्थी प्रवेश कर चुके थे. क्वेश्चन पेपर्स भरे स्टील के बक्से में स्मार्ट लॉक लगाया गया था और इसका पासवर्ड परीक्षा शुरू होने के 2 घंटे पहले जिला को भेजा गया.
उन्होंने कहा कि परीक्षा शुरू होने से थोड़ी समय पहले सेंटर सुपरिटेंडेंट को पासवर्ड बताया गया. इसके बाद क्वेश्चन पेपर खोलने के आखिरी चरण में जब क्वेश्चन पेपर भरा लिफाफा निकला तो परीक्षा हॉल में परीक्षार्थियों के सामने सील बंद लिफाफे को खोला गया. इतना ही नहीं परीक्षा खत्म होने के बाद ओएमआर शीट को रिटर्न लिफाफे में छात्रों के सामने ही सील बंद किया गया