लाइव सिटीज, पटना: 28 मई 2023 को दिल्ली में देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया जाएगा. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा होना है. अब इसको लेकर विपक्षी नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया है. विपक्ष ने 2020 में संसद भवन के शिलान्यास के दौरान के समय भी विरोध किया था. बिहार में जेडीयू और आरजेडी ने भी विरोध जताया है. इस विरोध पर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार सिन्हा करारा जवाब दिया है.
उन्होंने कहा कि विपक्ष अभी भी गुलाम भारत की जकड़ से बाहर नहीं निकल पा रहा है. ये अंग्रेजों के गुलाम होने की मानसिकता के शिकार बने हुए हैं.नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध और बहिष्कार करना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है.
उन्होंने कहा कि विपक्ष अभी भी गुलाम भारत की जकड़ से नहीं निकल पा रहा है. ये लोग अति पिछड़ा समाज के बेटे को प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. समय के साथ बदलाव और विकास देश की जरूरत है. ये लोग इसमें बाधा उत्पन्न करने का एक भी मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं.
विजय सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपमान करने का इनका एजेंडा इस तरह है कि ये लोग अपने देश विरोधी ताकतों से मदद लेने में भी नहीं चूक रहे हैं. राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री सबकी अपनी जिम्मेदारी है. उनके नाम पर विपक्ष के लोग राजनीति और नाटक करना बंद करें. 21वीं सदी के भारत के इस क्षण का गवाह बनना बनना चाहिए. राष्ट्र प्रथम का भाव मन में रखना चाहिए.