लाइव सिटीज, पटना: पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल, पटना ने ‘वर्ल्ड डाइबिटीज डे’ पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 60 से भी अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें डाइबिटीज के कई मरीज, डॉक्टर और चिकित्साकर्मी शामिल थे। कार्यक्रम में डॉक्टरों ने लोगों को डाइबिटीज से जुड़ी सावधानियों के बारे में बताया। उन्होंने डाइबिटीज के कारणों और उसके उपचार को लेकर विस्तृत जानकारियां दीं और नीला बैलून उड़ा कर डायबिटिज डे का समर्थन किया।
इस जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ चिरंजीवी खण्डेलवाल, डायरेक्टर सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलोजी & ऑनकोलाॅजी ने की और कहा कि मधुमेह को यदि नियंत्रित रखना है या उससे बचना है तो अपने वजन का ख्याल रखना होगा साथ ही प्रतिदिन व्यायाम जरूर करें। पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के सीनियर इंडोक्रॉनोलिस्ट डॉ. नीरज सिन्हा ने बताया कि डाइबिटीज को दूर रखने के लिए किस तरह की दिनचर्या रखनी चाहिए। खानपान पर ध्यान, नियमित व्यायाम और समय-समय पर जांच जरूरी है। डाइबिटीज के कारण शरीर के कई अंगों पर प्रभाव पड़ता है। इनमें आंख, किडनी, हृदय और नसें शामिल हैं।
कार्यक्रम में पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के कंसल्टेंट डाॅ अभिषेक चौधरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि अगर हम संतुलित आहार, निरंतर व्यायाम और एक व्यवस्थित दिनचर्या का पालन करेंगे तो डाइबिटीज का शिकार कभी नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि आजकल डाइबिटीज के मामले काफी बढ़ रहे हैं। इस कार्यक्रम का मकसद लोगों को डाइबिटीज के प्रति जागरूक करना है।
मौके चीफ डाइटिशियन संजय कुमार मिश्रा ने कहा कि जिसे डायबिटीज हो उसे तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए। पहला है डाइट और दूसरा व्यायाम। जब इन दो विकल्पों से फायदा न हो तो तीसरे विकल्प के रूप में दवा के तरफ जाना चाहिए। हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि साबुत अनाज का उपयोग करें। जिससे फाइबर की मात्रा ज्यादा से ज्यादा मिले। इससे कम खाना में पेट भर जाता है। दूसरा कि फाइबर बहुत धीमे-धीमे कैलोरी रिलीज करता है। इससे सुगर संतुलित रहता है। जो खाना जितना जल्दी कैलोरी देता है उतना ही जल्दी शुगर का लेवल भी बढ़ाता है। इसलिए कम कैलोरी वाली खाने का इस्तेमाल करें। खाने में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जी, साग, सलाद और फल का उपयोग करना चाहिए। दही भी फायदेमंद होता है।
पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के रीजनल डायरेक्टर डाॅ सुहास अराध्ये ने कहा कि हम जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हर महिने करते हैं ताकि बिहार के लोगों को हर बीमारी के लक्षण और प्रारंभिक रोकथाम पता हो इससे आगे होने वाले मुसीबत को रोका जा सके। हम बहुत आभारी हैं कि इस कार्यक्रम मे उपस्थित होकर डायबिटिज डे का समर्थन किया।
पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना बिहार और झारखंड का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है। 350 बिस्तरों वाले पारस एचएमआरआई अस्पताल में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधा, तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।