लाइव सिटीज, वैशाली: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि शराबबंदी लोगों की भलाई के लिए किया गया था, लेकिन इसका सही ढंग से पालन नहीं हो रहा है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि इससे सरकार की कमाई भी कम हो गई, जिससे राज्य को नुकसान भी हो रहा है। आज मंदिर-मस्जिद के नाम पर लडाई हो रहा है, यह उचित नहीं है।
पूर्व मंत्री और वीआईपी सुप्रीमो सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी वैशाली के महुआ स्थित पहाड़पुर में श्रीमद् भागवत ज्ञान महायज्ञ में शामिल होकर पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि संघर्ष के लिए कोई समय सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के आजादी के लिए कई वर्षों तक हमारे पूर्वजों ने संघर्ष किया तब देश को आजादी मिली। उन्होंने कहा कि आज जो काम समाज को करना चाहिए वह काम सरकार कर रही है। समाज का काम मंदिर बनाने की है, लेकिन आज सरकार यह काम कर रही है क्योंकि उन्हें धर्म के नाम पर वोट चाहिए। उन्होंने लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि इसमें आप ही बदलाव ला सकते हैं, क्योंकि आप ही सरकार बनाते हैं।
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि भगवान ने जाति और धर्म नहीं बनाया था। कुछ लोगों ने इसे बनाया और आज यही पहचान हो गई है। अब कुछ लोग इसी के नाम पर नफरत पैदा कर लोगों को लड़ाना चाहते हैं। सहनी ने कहा कि आजादी के इतने दिन गुजर जाने के बाद भी मछुआरा जतियों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिली है। उन्होंने सभी जाति और धर्म के लोगों से गरीबों की सहायता करने की अपील करते हुए कहा कि इससे ही समाज में खुशहाली आएगी और लोग आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि आज संघर्ष का ही परिणाम है कि पिछले विधानसभा चुनाव में हमारी सरकार बनी, लेकिन मुकेश सहनी को समाप्त करने के लिए हमारे विधायकों को खरीद लिया गया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हमलोगों को संघर्ष का रास्ता नहीं छोड़ना है। जनता का समर्थन रहेगा तो कुछ भी असंभव नहीं है।