लाइव सिटीज पटना: मुजफ्फरपुर के ललित नारायण मिश्र कॉलेज ऑफ़ बिजनेस मैनेजमेंट में पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें महाविद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र जो देश विदेश में प्रतिष्ठित कम्पनियों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं, शामिल हुए. दरअसल इस वर्ष महाविद्यालय अपनी स्थापना के 50वें वर्ष को स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में आयोजित कर रहा है. महाविद्यालय के कुलसचिव डॉ केएस शेखर ने बताया कि पूरे वर्ष के दौरान महाविद्यालय में नियत अंतराल पर विशेष शैक्षणिक और स्कीलिंग कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. जिसका लक्ष्य हमारे छात्रों को पूर्णरूपेण कैरियर की चुनौतियों से रूबरू होने में सक्षमता प्रदान करेगा.
कार्यक्रम की शुरूआत छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए सरस्वती वन्दना से हुआ. पूर्ववर्ती छात्रों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ एस.ए झा ने कहा कि सभी पूर्ववर्ती छात्र हमारे वर्तमान छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत और शक्ति स्तम्भ हैं. उन्होंने उच्च पदों पर आसीन पूर्ववर्ती छात्रों से अपील किया कि वह जॉब मार्केट की समसामयिक जरूरतों से वर्तमान छात्रों को अवगत करायें. सभी पूर्ववर्ती छात्र महाविद्यालय परिसर में अपने-अपने सत्र के साथियों से मिलकर और मध्यकाल में महाविद्यालय के विकास को देखते हुए आत्ममुग्ध हुए. छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत विभिन्न झाँकियां उन्हें इस बात का विश्वास दिला रही थी कि निश्चित रूप से हमारा महाविद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए तत्पर है.
महाविद्यालय के शिक्षक डॉ एसकेएस झा ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि नैक द्वारा बी++ ग्रेड प्राप्त करने में सभी पूर्ववर्ती छात्रों की भागीदारी प्रशंसनीय है. सम्मेलन में महाविद्यालय के सभी कोर्सों के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. डॉ अमर नाथ ने पूर्ववर्ती छात्रों का वर्तमान छात्रों से कैरियर जॉब अपरच्यूनिटी और स्कीलिंग विषय पर समन्वय संवाद स्थापित कराया, जिससे विशेष रूप से विभिन्न कोर्सों के अन्तिम वर्ष के छात्र संतुष्ट हुए.
पूर्ववर्ती छात्रों में अनेक ऐसे उदाहरणीय व्यक्तित्व भी थे जो अपने कैरियर में नौकरी के बाद सेल्फ इन्टर प्राइजिंग कर रहे हैं. पूर्ववर्ती ने अपने भाषण में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की मेधा का आकलन करते हुए कहा कि प्रत्येक कोर्स से विद्यार्थियों के समर इन्टरनशीप और फाइलन प्लेसमेन्ट में हमारी भागीदारी सुनिश्चित है. उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि व्यक्तिगत गुणवत्ता का विकास सदैव होना चाहिये. जिससे कि जीवन की हर चुनौती झेल पायें. उन्होंने कहा कि असफलता से ही उपजी निराशा में सफलता के बीज छुपे होते हैं. इसलिए अवसर को चूकना नहीं चाहिये और आत्मविश्वास के साथ चुनौतियों का सामना करना चाहिये. इस सबों के लिए एक अनुशासित जीवनशैली और लग्नशीलता की जरूरत है.