लाइव सिटीज पटना: बिहार में जहरीली शराब से मौत मामले में नीतीश सरकार ने चार लाख मुआवजे देने की घोषणा की थी. मगर ढाई माह बीत जाने के बाद भी लोगों को मुआवजा नहीं मिला है. हालांकि मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि शराब से मरने वालों को 1 सप्ताह में मुआवजा मिल जाएगा. हालांकि कुछ परिवारों को अभी इंतजार करना पड़ेगा.
मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जहरीली शराब से मौत मामले में जिनका पोस्टमार्टम हो चुका है. उन परिवारों को एक सप्ताह के भीतर चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि शराब पीने से मौत का दावा और दूसरे किसी वजह से पोस्टमार्टम नहीं हो सका और बॉडी डिस्पोजल कर दिया गया है. उनके परिजनों को मुआवजा देने में समय लग सकता है. उनकी जांच पड़ताल के बाद ही मुआवजा पर फैसला होगा.
मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि अभी तक किसी को मुआवजा नहीं दिया गया है. अभी जांच-पड़ताल ही चल रही है. जिनका पोस्टमार्टम हो चुका है. उनके परिजनों को मुआवजा देने में तो परेशानी नहीं होगी, लेकिन उन लोगों का जिनका पोस्टमार्टम के बिना ही बॉडी डिस्पोजल कर दिया गया. जांच पड़ताल की जा रही है उनमें थोड़ी परेशानी है. मुआवजा देने में उनके परिजनों को समय लग सकता है.
बता दें कि बिहार में जहरीली शराब से मौत मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अप्रैल में ही चार लाख मुआवजा देने की घोषणा की थी. बिहार में 2016 में शराबबंदी को लागू किया गया था. मुख्यमंत्री ने साफ-साफ कहा था कि 2016 से अब तक जितने लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों को ये सहायता राशि दी जाएगी. लेकिन दो महीने से अधिक समय बीत चुके हैं. अब तक किसी को मुआवजा नहीं मिला. हालांकि मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि शराब से मरने वालों को 1 सप्ताह में मुआवजा मिल जाएगा.