लाइव सिटीज पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बजाय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों नए संसद भवन के उद्घाटन की मांग करते हुए कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध किया है. इसी सिलसिले में आज बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू ने एक दिवसीय अनशन किया. इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. ललन सिंह ने कहा है कि नए संसद भवन का निर्माण की कोई जरूरत नहीं थी यह पैसों की बर्बादी है.
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर ललन सिंह ने कहा कि देश के संसद भवन में जितने सपूतो की फोटो लगाया कि उनका देश के आजादी में महत्वपूर्ण योगदान है. लेकिन नरेंद्र मोदी का देश के आजादी में क्या योगदान रहा है. इनका तो 74 के आंदोलन में भी कोई अधिकार नहीं रहा है. जब ये आंदोलन हुआ तो अमित शाह का 10 वर्ष रहा होग, आज ये लोग देश का इतिहास बदलने में लगे हैं. उन्होंने कहा है कि, यह देश सबों का है. इस देश में हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख और इसाई और सब का समान हक है.
इसके अलावा ललन सिंह ने जेडीयू के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर कहा कि जब जेडीयू महागठबंधन में जाती है तो सुशील मोदी बोलने लगते हैं कि ललन सिंह ने लालू यादव के खिलाफ शिकायत की थी. लेकिन, हकीकत क्या है यह सभी लोग जानते हैं. ये लोग बस अपने पालतू तोते के जरिए लोगों को डराना चाहते हैं. सीबीआई ने लालू यादव के आवास पर छापेमारी की उस दौरान उन्होंने साफ़ तौर पर कोर्ट में कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिल रहा है.
ललन सिंह ने कहा कि जब हम फिर 2022 में बीजेपी से अलग हुए हैं तो फिर से छापेमारी का सिलसिला शुरू हो गया है. लेकिन हम लोग इनके गीदड़ भभकी से नहीं डरने वाले हैं. इस देश में देश में अघोषित इमरजेंसी है. अगर भाजपा 2024 में वापस आती है तो अपना विरोध करने वाले को ये उठाकर जेल में बंद कर देंगे.