लाइव सिटीज, पटना: बिहार सरकार ने सरकारी शिक्षकों को बड़ी राहत दी है। दरअसल अब तक स्कूल में एक दिन भी देर से आने पर शिक्षकों का वेतन काट लिया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सरकार के नए फरमान के मुताबिक, स्कूल आने में यदि कोई टीचर 4 दिन 10 मिनट से अधिक लेट हुए तो यह उनकी एक छुट्टी मानी जाएगी। इस छुट्टी को कैजुअल लीव यानि सीएल से एडजस्ट किया जाएगा। बिहार के 5 लाख शिक्षकों को सरकार का यह आदेश लागू होगा। बिहार शिक्षक मंच ने अपने आधिकारिक हैंडल से एक्स पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में एक मीडिया रिपोर्ट को शेयर करते हुए लिखा गया है, ‘शिक्षक स्कूल में 4 दिन लेट से पहुंचे तो एक दिन की छुट्टी मानी जाएगी।’
आपको बता दें कि राज्य में अभी टीचर ऑनलाइन अटेंडेंस बनाते हैं और उसी के आधार पर उन्हें सैलरी दी जाती है। अभी हालत यह है कि अगर टीचर एक मिनट भी देर से हाजिरी बना रहे हैं तो उनका वेतन काटा जा रहा है। इससे शिक्षक परेशान थे लेकिन अब सरकार ने उन्हें राहत दे दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ ने साफ कहा है कि अब शिक्षकों के देर से आने पर उनकी उपस्थिति को ई-शिक्षा कोष ऐप पर लेट पंच के तौर पर दर्ज किया जाएघा। तय नियमावली के मुताबिक, यदि टीचर एक महीने में चार बार 10 मिनट से अधिक देर से स्कूल में आते हैं तो उनकी एक छुट्टी काट ली जाएघी। जाहिर है 10 मिनट की देरी तक शिक्षकों को राहत है।
इससे पहले कई बार टीचरों को सर्वर या नेटवर्क खराब होने की वजह से हाजिरी बनाने में देरी होती थी। ऐसी स्थिति में शिक्षकों को संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक को सूचित करना पड़ता है और फिर इसकी सूचना ब्लॉक एजुकेशन अफसर को दी जाती थी। हाजिरी को रेगुलरराइज कराना एक लंबा प्रॉसेस होता है।