लाइव सिटीज, पटना: बिहार में अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन अपराधी बड़ी घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. पटना के गौरीचक थाना क्षेत्र में सुडीहा गांव में ऊष्फा पंचायत की वार्ड सदस्य किरण देवी के 20 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र कुमार रविदास उर्फ बिट्टू की चुनावी रंजिश में प्रतिद्वंद्वियों ने गोलियां से छलनी कर मार डाला. इसके बाद अपराधी फायरिंग करते हुए आराम से फरार हो गए. घटना के बाद आसपास के इलाके में सनसनी का माहौल बना हुआ है.
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के डेड बॉडी को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मृतक के पिता ने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए सुबोध पासवान समेत 11 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी गौरीचक थाना में दर्ज कराई है. परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. मृतक के परिवार वालों का कहना है कि इससे पहले भी हत्या आरोपियों ने बिट्टू और उसके परिवार वालों को मारपीट किया था, जिसकी शिकायत गौरीचक थाना में दर्ज कराए गए थे. उसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और हत्या हो गई. पुलिस का भी मानना है कि पूर्व से चले आ रहे चुनावी रंजिश में घटना को अंजाम दिया गया.
बताया जाता है कि आज सुबह सुडीहा गांव निवासी वीरेंद्र कुमार रविदास उर्फ बिट्टू अपने पिता रामप्रीत रविदास और अन्य लोगों के साथ शौच आदि से निवृत होकर घर के बाहर ही टहल रहे थे. तभी सुबोध पासवान एवं उसके समर्थक अंधाधुंध गोलियां बरसाने लगे. अरवल जिला सूचना जनसंपर्क विभाग मे परिचारी के पद पर कार्यरत मृतक युवक के पिता रामप्रीत रविदास बताया है कि आज सुबह 5 बजे उठ कर शौच करने के बाद कुली कर घर से बाहर निकले थें. हम लोग तीन आदमी बातचीत करते हुए साथ साथ चल रहे थे. मेरा 20 वर्षीय लड़का वीरेंद्र कुमार उर्फ बिट्टू कुछ ही दूरी पर आगे-आगे चल रहा था. तभी सुबोध पासवान सत्येंद्र पासवान शशि पासवान अन्य कई लोग पूर्व से घात लगाए रास्ते में बैठा था. इसी दरम्यान वो लोग फायरिंग किया. तब हमें महसूस हुआ कि हम लोगों को घेर लिया गया. तब वहां से हम पीछे हटने लगे. मेरा लड़का पईन के रास्ते भागने लगा. वो लोग पीछा करते हुए ट्रांसफार्मर के पास पकड़ लिया. नरेश दास के घर के पास मे सुबोध पासवान ने लडके वीरेंद्र को एक गोली मारा तब तक लड़का जिंदा था.
वहीं मनी पासवान ने मेरे लड़का को सिर में एक गोली मारा तो मेरे लड़का का घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. इसके बाद मे वो लोग आठ से दस राउंड फायरिंग किया. वहा से फरार हो गया. उन्होंने बताया की सुबोध पासवान और अन्य सभी मिलकर हमारे परिवार को पहले भी मारपीट किया था. जिनके खौफ से करीब आठ माह तक घर से भागे फिरते रहे.इधर दो से तीन माह पहले ही पुलिस मे एक शिकायत किया गया था,तब पुलिस घर पर पहुंचाने गया था.
बताया जाता है कि मृतक बिट्टू की मां किरण देवी वार्ड सदस्य चुनाव में जीत गई थी, जबकि सुबोध पासवान ने अपना एक अलग कैंडिडेट चुनाव में उतारा था जो हार गई थी.ग्रामीणों का कहना है की सुबह सुबह हत्या की घटना के उपरांत सूचना पुलिस को दी गई उसके बावजूद पुलिस एक घंटा बाद घटनास्थल पर पहुंची है. घटनास्थल का पुलिस ने मुआयना किया. वहीं शव को कब्जे में लेकर पटना एनएमसीएच पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया. वहीं पूरे गांव में परिजनों में मातमी सन्नाटा पसर गया.
थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि चुनावी रंजिश में हत्या की वारदात को अंजाम दिए जाने की जानकारी मिल रही है. घटनास्थल का जांच पड़ताल के दौरान दो खोखा बरामद हुआ है. शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेजा गया. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.