लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: वर्ष 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को लग रहा है. यह ग्रहण भारत में भी दृश्य होगा और इसका सूतक काल ग्रहण शुरू होने के नौ घंटे पहले से ही शुरू हो जाएगा. भारत में यह ग्रहण सबसे अरुणाचल प्रदेश में दिखेगा. बिहार में सूर्यास्त से पहले ही ग्रहण की शुरुआत हो जाएगी. इस ग्रहण का अलग-अलग राशियों के जातकों पर शुभ, अशुभ और मिश्रित फल पड़ेगा.
कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा आठ नवंबर मंगलवार को भरणी नक्षत्र च मेष राशि में वर्ष का दूसरा व अंतिम खग्रास चंद्रग्रहण लगेगा. पटना में यह ग्रहण दृश्य होगा. बिहार की राजधानी में ग्रहण की शुरुआत चंद्रोदय के साथ ही हो जाएगी. पटना में चंद्र ग्रहण शाम पांच बजे शुरू होगा. 05.06 बजे ग्रहण का मध्य होगा, जबकि शाम 7.26 बजे ग्रहण खत्म हो जाएगा.
यह चंद्रग्रहण भारत के अलावा एशिया, आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, उत्तर-पूर्व यूरोप के कुछ भाग तथा दक्षिण अमेरिका के अधिकांश भागों में नजर आएगा. ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने बनारसी पंचांग के हवाले से बताया कि चंद्रग्रहण शाम 5.09 बजे से 6.19 बजे तक रहेगा. वहीं, मिथिला पंचांग के अनुसार चंद्रग्रहण आठ नवंबर को शाम 4.59 बजे से आरंभ होकर 6.20 बजे समाप्त होगा.
चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण के प्रारंभ होने से नौ घंटे पहले ही लग जाता है. भारतीय ज्योतिष के अनुसार इस अवधि में कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. इस दौरान भगवान का भजन और स्मरण करना श्रेयष्कर है. लेकिन, भगवान की प्रतिमा का स्पर्श या पूजा-अर्चना नहीं करनी चाहिए। ग्रहण या सूतक अवधि में सोने से भी मना किया गया है. इस दौरान भोजन भी ग्रहण नहीं करना चाहिए. ग्रहण की समाप्ति के बाद स्नान करने के बाद देव प्रतिमाओं को भी स्नान कराकर पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इसके बाद ही अन्य कार्य करने चाहिए.