लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर केंद्र से लेकर बिहार की राजनीति को लेकर लगातार तीखे हमले कर रहें हैं. वहीं, उन्होंने गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार की विपक्षी बैठक पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए. नीतीश कुमार का खुद का ठिकाना नहीं है, आज आरजेडी पार्टी के बिहार में जीरो एमपी हैं वो पार्टी देश में प्रधानमंत्री तय कर रही है, जिस पार्टी का खुद का ठिकाना नहीं है वो देश की दूसरी पार्टियों को इकट्ठा कर रही है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार से ये पूछना चाहिए कि क्या ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ काम करने को तैयार है? क्या नीतीश कुमार और लालू टीएमसी को बिहार में एक भी सीट देने को तैयार हैं? आज क्या नीतीश कुमार हमसे ज्यादा ममता बनर्जी को जानते हैं? पश्चिम बंगाल में नीतीश कुमार को पूछता कौन है?
नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू उस समय बहुमत की सरकार चल रहे थे, जबकि नीतीश कुमार तो 42 विधायक के साथ आज लंगड़ी सरकार चला रहे हैं. चंद्रबाबू नायडू उस दौर में पूरे देश का दौरा करके विपक्ष को एकजुट कर रहे थे. इसका नतीजा ये हुआ कि आंध्र प्रदेश में उनके सांसद घटकर तीन हो गए, सिर्फ 23 विधायक जीते और वह प्रदेश की सत्ता से ही बाहर हो गए.
प्रशांत किशोर ने कहा कि आप मेरी बातों को लिखकर रख लीजिए. नीतीश कुमार का भी वही हाल होगा जो चंद्रबाबू नायडू का हुआ था. अगले चुनाव में मोदी, लालू, नीतीश, कांग्रेस में से किसी पर भरोसा मत कीजिए. मैं बिहार की जनता से गुजारिश करता हूं कि आप इन पार्टियों के चक्कर में न पड़ कर अपनी सरकार यानी कि जनता का सरकार बनाइए, तभी जाकर आपका विकास होगा.