लाइव सिटीज, पटना: कड़ी सुरक्षा के बीच 13 मई से 17 मई के बीच बिहार की राजधानी पटना में बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का धार्मिक आयोजन होने वाला है.5 दिनों तक पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने लाखों भक्तों को हनुमत कथा सुनाएंगे. सफल बआयोजन के लिए जिला प्रशासन और आयोजक संस्था पूरी ताकत से लगे हैं इधर बाबा की समर्थक बीजेपी और विरोधी आरजेडी के बीच सियासी महायुद्ध छिड़ा हुआ है. इस दौरान सुशील मोदी ने सीएम नीतीश को खुली चुनौती दी है.
सुशील मोदी ने कहा कि यदि नीतीश कुमार में हिम्मत है तो पटना आते ही संत धीरेंद्र शास्त्री को गिरफ्तार करें, बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएं और रामनवमी पर हुए हिंसक उपद्रव की न्यायिक जांच के लिए आयोग गठित करें.बाबा बागेश्वर धाम को बिहार में घुसने न देने की धमकी, बजरंग दल पर प्रतिबंध की मांग, श्रीरामचरित मानस की निंदा, राम मंदिर का विरोध, सासाराम-बिहार शरीफ में पथराव-बमबाजी से पीड़ित अनेक राम भक्तों को ही दंगाई घोषित कर एकतरफा कार्रवाई करना और ब्राह्मणों को विदेशी बताना यह साबित करता है कि महागठबंधन सरकार वोट बैंक के लिए पूरी तरह हिंदू विरोधी हो गई है. क्या यही आपकी ‘धर्मनिरपेक्षता’ है?
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जो लोग कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा नौ महीने बाद भी पूरा नहीं कर पाए, वे असल मुद्दे से ध्यान भटकाए रखने के लिए हिंदुओं को टार्गेट कर रहे हैं. क्या लालू-नीतीश ने तय कर लिया है कि इन्हें हिंदुओं का एक भी वोट नहीं चाहिए? जो लोग आतंकी संगठन पीएफआई की गतिविधियों और ‘देश को कर्बला बना देने’ जैसे बयान पर चुप्पी साधे रहे, उन्हें बजरंग दल पर बोलने का कोई हक नहीं है.