लाइव सिटीज पटना: पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन अब किसी भी वक्त वक्त रिहा हो सकते हैं. पैरोल खत्म होने के बाद वह बुधवार को मंडल कारा सहरसा के लिए चले गए. इसके बाद अब उनके स्थायी रूप से जेल से बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. वहीं जेल जाने से पहले मीडिया के सवालों पर आनंद मोहन ने हाथ जोड़ लिए. उन्होंने हर सवाल के जवाब में कहा कि आपके सवालों को मेरा प्रणाम है. जो भी बात करनी है कल करेंगे.
दरअसल पूर्व सांसद 15 दिनों की पैरोल पर अपने बेटे और शिवहर से आरजेडी के विधायक चेतन आनंद की सगाई में शामिल होने के लिए पैरोल पर आए थे. 25 अप्रैल को उनकी पैरोल खत्म हो गई है. आज वह जेल में जाकर पैरोल सरेंडर करेंगे. उसके बाद उनकी रिहाई की प्रक्रिया शुरू होगी. बुधवार को करीब 12 बजे सहरसा स्थित एक होटल से निकलने के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन ने चलते-चलते मीडिया के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जेल जाने का प्रोग्राम है. अभी कुछ नहीं बोलेंगे. निकलकर बोलेंगे.
आनंद मोहन ने कहा कि जितना सवाल जवाब होना था वह सब बोल चुके हैं. अब कोई नया नहीं है. आईएएस संगठन के विरोध को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वह सबको प्रणाम करते हैं. और मेरा प्रणाम बोल दीजिएगा. उन्होंने ये भी कहा कि सब सियासी सवालों का भी वो जवाब देंगे. वहीं आनंद मोहन की वकील संगीता सिंह ने कहा कि सुपौल, मधेपुरा में उनपर (आनंद मोहन) जो भी केस चल रहा था सब खत्म हो गया है. वहां से क्लीयरेंस आ गया है. देहरादून में एक मामला चल रहा था. वहां से भी क्लीयरेंस आज शाम तक आ जाएगा. कल (गुरुवार- 27 अप्रैल) रिहाई हो जाएगी.
बता दें कि गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की 4 दिसंबर 1994 को मुजफ्फरपुर में हत्या हुई थी. इस हत्याकांड में आनंद मोहन को अक्टूबर 2007 में उम्रकैद की सजा हुई थी. तब से वे जेल में हैं. अब सरकार ने जेल से बाहर निकालने के लिए नियम बदल दिए हैं. इसके बाद आनंद मोहन समेत 27 लोगों को सोमवार को रिहाई के आदेश जारी कर दिए गए. उसके बाद अब रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 27 अप्रैल को आनंद मोहन पूरी तरह से जेल से मुक्त होकर बाहर आ जाएंगे.