लाइव सिटीज पटना: भाजपा विधायक राजू सिंह पर अधिकारी से मारपीट का आरोप लगा है. ये आरोप मुजफ्फरपुर के ही एक अंचलाधिकारी और राजस्व कर्मचारी ने लगाया है. इसको लेकर प्राथमिकी भी दर्ज हुई है. अब इस पर सियासत तेज हो गई है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि मामले का जांच हो रही है. एससी अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज करवाई है. साथ ही उन्होंने राजू सिंह की दबंगई पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार है. कानून का राज है. कोई भी इसे तोड़ेगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. बीजेपी का चाल, चरित्र, चेहरा सबके सामने आ गया है.
विधायक राजू सिंह मामले पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि क्या मामला था क्या नहीं, ये तो जल्द जांच के बाद पता चलेगा लेकिन जो बात सामने आई है उससे बीजेपी का चाल चरित्र चेहरा उजागर हो गया है. बिहार में कानून का राज है और जो भी इस तरह की घटना को अंजाम देंगे वो बचने वाले नहीं है. चाहे वो कितने भी रसूखदार लोग क्यों न हों. साथ ही उन्होंने कहा कि मामले की जांच हो रही है. लेकिन जो कुछ बीजेपी के विधायक ने किया है, ये कहीं से भी उचित नहीं है.
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी के लोग कहते है कि उनकी विचारधारा में दलितों को सम्मान दिया जाता है. आप ही बताइए कि जिस अधिकारी से मारपीट की बात सामने आई है वो दलित समाज से आते हैं. उस समय उनकी विचारधारा कहा गयी थी, जब वो उनकी पिटाई कर रहे थे. राजद प्रवक्ता ने कहा कि आप देखिए आज इनकी विचारधारा का क्या हुआ. बीजेपी विधायक अधिकारी से मारपीट करते हैं, उन्हे जान से मारने को धमकी देते हैं. वहीं बीजेपी के बड़े नेता इस मामले पर चुप्पी भी साध लेते हैं.
बता दें कि साहेबगंज से BJP विधायक राजू सिंह एक बार फिर से विवादों में हैं. उन पर दबंगई का आरोप लगा है. उनके खिलाफ मुजफ्फरपुर के पारू प्रखंड अंचलाधिकारी और राजस्व कर्मचारी ने एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है. आरोप है कि राजू सिंह ने न सिर्फ उन्हें पीटा बल्कि जम कर गाली गलौच भी की. पुलिस इस मामले में अपनी छानबीन कर रही है. वहीं विधायक राजू सिंह ने इन आरोपों को लेकर सफाई दी है और कहा है कि ये गलत आरोप हैं.