लाइव सिटीज, नालंदा: नालन्दा जिले के अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर के वैभारगिरी पर्वत के जंगलों मे लगी आग का जायजा लेने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर पहुंचे। हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री राज्य एवं जिले के वरीय अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जानना चाहा कि वन संपदाओ से भरे राजगीर के जंगलों में आग किस वजह से लगी। भविष्य में इसकी पूर्णवृत्ति ना हो इसके लिए क्या उपाय किया जा सकता है? राजगीर के पहाड़ी क्षेत्र में स्थापित जू सफारी- नेचर सफारी को आग लगी में कोई नुकसान नहीं पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने संतोष व्यक्त किया।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया क्षेत्र में आगलगी की सूचना के बाद 150 वनकर्मी को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किए गए हैं। 50 मजदूर रिजर्व में रखे गए हैं ।आसपास के जिलों से आये फायर फाइटर की मदद आग बुझाने में ली गई। वन क्षेत्र के आसपास के गांव में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ड्रोन की मदद से वन क्षेत्र की लगातार निगरानी की जा रही है। आग लगी से हुए नुकसान की भी जानकारी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से लिया।
मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि आग कोणार्क नगर से लेकर जरासंघ अखाड़ा तक के लीनियर पैच लगी थी, जिसका दायरा लगभग 4 किलोमीटर था मुख्यमंत्री जिले में चल रहे। विकास योजना का भी हालचाल लिया।बाद में मुख्यमंत्री ने नालंदा डीएम एवं एसपी से बिहारशरीफ से संबंधित जानकारी ली। इस हाई लेवल मीटिंग में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार, राज्य के मुख्य सचिव अमीर सुहानी, प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा, फायर ब्रिगेड के डीजी शोभा अहोटकर, वन प्रमंडल पदाधिकारी नालंदा विकास अहलावत एवं निदेशक ज़ू सफारी राजगीर हेमंत पाटिल के अलावा कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।