बिहार पुलिस अब फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप और इंस्टाग्राम पर अधिक वक्त देगी. इसके लिए बकायदा रोस्टर बनाकर काम होगा. पुलिस का मकसद यह है कि उनकी बात हर आदमी तक तेजी से पहुंचे और अपनी छवि को दुरुस्त करने का मौका मिले. विपक्ष की ओर से बढ़ते अपराध का दबाव सरकार इसी तरीके से देगी.
बिहार पुलिस संवाद का स्तर बढ़ाएगी. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय ने इसका पूरा खाका तैयार कर लिया है. सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को सप्ताह में कम से कम दो बार प्रेस ब्रीफिंग करने का निर्देश दिया गया है, ताकि जनता तक पुलिस की बात पहुंच सके. इसके लिए जिलावार रोस्टर बनाकर दिन भी तय कर दिया गया है. पुलिस मुख्यालय ने इस बाबत सभी जिलों को आदेश जारी कर दिया है.
एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सभी जिलों में प्रेस एवं सोशल मीडिया सेल गठित करते हुए योग्य पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया है. इसके जरिए पुलिस के सकारात्मक पक्ष, अच्छे काम, आपराधिक कांडों के सफलतापूर्ण उद्भेदन की कहानी आम जन तक प्रेस और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पहुंचाया जाएगा.
इसके साथ ही सभी जिलों के एसपी को सप्ताह में कम से कम दो बार प्रेस बीफिंग करने और उसकी विज्ञप्ति की प्रति क्षेत्रीय आइजी व डीआइजी को भी भेजने का निर्देश दिया गया है. पुलिस की कोशिश है कि संवाद की कमी से कोई नकारात्मक खबर लोगों के बीच नहीं जाए. बिहार पुलिस का ट्विटर हैंडल – Bihar Police (@bihar_police)फेसबुक पर बिहार पुलिस – https://www.facebook.com/BiharPoliceOfficialPage