लाइव सिटीज पटना: बिहार के पूर्णिया में आज महागठबंधन की महारैली हो रही है. शहर के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की महारैली आयोजित की गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में पहुंच गए हैं. रैली में मौजूद लोग उनके समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं. दोनों पटना से साथ पूर्णिया आए हैं. लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर महागठबंधन का आज पहला बड़ा महाजुटान हो रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और वाम दलों के नेता मंच पर मौजूद हैं.
रैली में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी वर्चुअली जोड़ा जाएगा. पूर्णिया रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम कैंडिडेट के रूप में पेश किए जाने की संभावना है. आरजेडी, जेडीयू समेत अन्य दलों में जारी खींचतान के बीच महागठबंधन एकजुट होकर शक्ति प्रदर्शन कर रहा है. भाकपा माले के विधायक महबूब आलम ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी की सीमांचल में कोई भी साजिश कामयाब नहीं होने वाली है. वहीं शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि 2024 में बिहार पूरे देश का नेतृत्व करेगा.
पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में पूर्व मंत्री अब्दुलबारी शिद्दीकी ने कहा कि अमित शाह बिहार में नफरत बांटने की राजनीति करने आ रहे हैं, लेकिन बिहार में इनकी दाल नहीं गलने वाली है, बिहार से इतना ही लगाव है तो विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दे देते. उन्होंने कहा कि सीमांचल को नया प्रदेश बनाने की चर्चा हो रही है, मैं कहता हूं जो बनाना है, बना दीजिए, लेकिन घृणा और जलन के आधार पर नहीं, ये देश रहेगा तभी हम आप राजनीति करेंगें.
बता दें कि महागठबंधन के नेता महारैली में एक लाख से अधिक कार्यकर्ताओं के जुटान का दावा भी कर रहे हैं. आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सियासी ताकत दिखाने के साथ केंद्र सरकार को क्षेत्रीय दलों की औकात बताने में महागठबंधन कोई कसर नहीं छोड़ने वाला है. मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी समेत सात दलों के प्रदेश स्तर के नेताओं के अलावा बिहार के एक दर्जन से अधिक मंत्री भी मंचासीन रहेंगे. लालू प्रसाद भी सीमांचल और कोसी समेत आठ जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं से वर्चुअल तौर पर मुखातिब होंगे.