लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आरजेडी और कांग्रेस आमने-सामने है. कांग्रेस लगातार इसकी मांग कर रहा है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस पर निर्णय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेना है. सीएम के इस बयान पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सह बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जदयू पटना की ओर बढ़ रहा है.
सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार तेजस्वी की कृपा से सीएम बने हुए हैं. इसलिए वे बेचारे बने हुए हैं. उनमें आत्मविश्वास की कमी दिखाई पड़ रही है. बीजेपी नेता ने कहा कि गठबंधन के साथ ही अपनी पार्टी जेडीयू से भी उनका नियंत्रण कमजोर हो रहा है. मंत्रिमंडल विस्तार का अधिकार सीएम का होता है, पर इसके लिए वे सार्वजनिक रूप से तेजस्वी द्वारा निर्णय लेने की बात कह रहें हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के पास महज 45 विधायक हैं और सरकार आरजेडी एमएलए की संख्या की वजह से चल रही है. उन्होंने जेडीयू के बजाय आरजेडी के तेजस्वी को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. बीजेपी नेता ने कहा कि हमें नहीं लगता है कि इसके लिए नीतीश कुमार ने जेडीयू से सहमति ली है और जेडीयू के नेता इसके लिए तैयार होंगे. लगातार कमजोर होने की वजह से ही नीतीश कुमार की पकड़ सरकार और प्रशासन से कमजोर हो रही है.
सुशील मोदी ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार का अधिकार मुख्यमंत्री का होता है लेकिन नीतीश कुमार यह कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव ही निर्णय लेंगे. अब सवाल यह उठता है कि जब सारे फैसले तेजस्वी ही लेंगे तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री किस लिये हैं. कहीं इस कारण से तो वो ऐसा नहीं कह रहे हैं कि तेजस्वी की कृपा से वे मुख्यमंत्री बने हैं. नीतीश के पास 45 विधायक हैं जबकि तेजस्वी के पास दोगुना विधायक है. नीतीश कुमार तेजस्वी यादव की कृपा से मुख्यमंत्री बने हैं. इसलिए जनता दल यूनाइटेड अब पतन की ओर जा रही है.