लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: राजनीतिक रणनीतिकार से राजनीतिज्ञ बने प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘समाधान यात्रा’ को ‘लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास’ बताया है। उन्होंने यात्रा यह बोलते हुए कहा है कि ऐसे कार्यक्रमों में ‘पसंदीदा मंत्रियों और नौकरशाहों’ की बैठक की अध्यक्षता करने से लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा।
मामले में बोलते हुए किशोर ने गोपालगंज जिले के बरौली में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए दावा किया कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता ने अतीत में कई यात्राएं की थीं, लेकिन इससे राज्य की बेहतरी के लिए कुछ भी नहीं हुआ।
इस पर बोलते हुए प्रशांत किशोर आगे कहा, ‘‘यह समाधान यात्रा उनकी (मुख्यमंत्री के तौर पर) 14वीं यात्रा है, लेकिन राज्य में कुछ भी नहीं बदला है। यह यात्रा सिर्फ लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश है। यात्रा के दौरान अपने पसंदीदा मंत्रियों और नौकरशाहों के साथ बैठक करने से लोगों की समस्याएं हल नहीं होंगी।’’
वहीं इससे पहले प्रशांत किशोर ने वैसे अब तक स्पष्ट रूप से नहीं कहा है कि वह या उनका संगठन चुनाव लड़ेगा या नहीं। लेकिन एक जिले में उनके समर्थकों के बीच कराये गये ऑपिनियन पोल में 95 फीसद से अधिक लोगों ने कहा कि 2024 में लोकसभा चुनाव में उन्हें उतरना चाहिए, जिसके बाद इस दृष्टिकोण को मजबूती मिली है कि वह चुनावी रण में उतर सकते हैं क्योंकि उन्होंने अक्सर कहा है कि उनकी पदयात्रा के साथी ही इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लेंगे। वह बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं।