लाइव सिटीज पटना: रामनवमी के बाद से बिहार में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. 30 मार्च को रामनवमी के बाद शनिवार रात को बिहार के सासाराम और बिहार शरीफ में भी हिंसा देखने को मिली. इस हिंसा को लेकर अब बिहार में राजनीति गरमाने लगी है. सासाराम और नालंदा में राम नवमी के अवसर पर हुई हिंसा को लेकर सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इशारो-इशारों में बीजेपी और संघ को जिम्मेदार ठहराचे हुए तंज कसा है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा बिहार में सद्भाव बिगाड़ने की संघी कोशिश पर बिहार सरकार की पैनी नज़र है। जिन राज्यों में BJP कमजोर है वहाँ बौखलाई हुई है। एक-एक उपद्रवी को चिन्हित कर कठोरतम कारवाई की जा रही है। भाईचारे को तोड़ने के किसी भी भाजपाई ‘प्रयोग’ का हमने हमेशा माकूल जवाब दिया है और देते रहेंगे।जय हिन्द.
वहीं खबर यह भी है कि इस हिंसा को रोकने के लिए सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 10 कंपनियों को बिहार भेजा गया है. इन दस कंपनियों में (जिनमें लगभग 1000 जवान शामिल हैं) 4 टीम सीआरपीएफ की एक टीम आईटीबीपी की और बाकी टीमें सशस्त्र सीमा बल (SSB) की हैं.