लाइव सिटीज, पटना: दुर्गा पूजा और दशहरा के मौके पर लोगों में अपने घर पहुंचने की हड़बड़ी है। इस कारण दूसरे राज्यों से बिहार आने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। ट्रेनों में टिकट की मारामारी चल रही है, जनरल के साथ ही स्लीपर बोगियों में भी पैर रखने तक की जगह नहीं है। ट्रेनों में भीड़ बढ़ने से लोग घर पहुंचने के लिए हवाई मार्ग का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कारण दिल्ली-मुंबई समेत अन्य शहरों से पटना आने वाली फ्लाइट्स का किराया भी आसमान पर पहुंच गया है।
दशहरा में घर पहुंचने की लोगों की जल्दी ने शुक्रवार को विमानन कंपनियों के बीच किराये में बढ़ोतरी की प्रतियोगिता करा दी। इसका सबसे ज्यादा असर दिल्ली – पटना हवाई मार्ग पर दिखा। इस मार्ग पर किराया 18 हजार के पार पहुंच गया। अमूमन दिवाली और छठ के समय किराये की इस तरह बढ़ोतरी देखी जाती थी ।
अगले दो दिन सप्ताहांत और फिर सोमवार और मंगलवार को मिल रहे नवमी – दशमी के अवकाश की वजह से पटना आने वाली फ्लाइटों में बुकिंग की मारामारी रही। हवाई यात्रा विशेषज्ञों ने बताया कि पटना के विमानों का किराया इस स्तर पर होली के बाद पहुंचा है। दिवाली और छठ में किराया पहले ही सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। हालांकि इस दशहरा में दिल्ली – पटना सेक्टर को छोड़ दें तो अन्य मार्गों पर किराये में इतनी ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है।
बिहार आने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में भारी भीड़ है। जनरल डिब्बे से लेकर एसी तक ट्रेनों में भीड़ उमड़ रही है। नई दिल्ली के विभिन्न टिकट काउंटरों पर तत्काल की मारामारी है। ट्रेनों के जनरल डिब्बे में पैर रखने की जगह नहीं है। बोगी की सीढ़ियों से लेकर सीटों के बीच के गलियारे तक भरे हैं। स्लीपर ट्रेनों में जितनी सीटें हैं, उससे तीन गुना यात्री सवार होकर पटना, दानापुर, और पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंच रहे हैं। बेंगलुरु, पुणे, नई दिल्ली से आने वाली ट्रेनों में इसका खूब असर दिख रहा है।