लाइव सिटीज, पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता को मजबूत करने में लगे हैं. बीते सोमवार को वह ममता बनर्जी और अखिलेश यादव से मिले. जहां सभी ने मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया.वहीं जिस तरह की भूमिका नीतीश कुमार निभा रहे हैं.उसको लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उनकी तुलना आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू से कर दी है. एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर हमला बोला. उन्होंने कहा, तेजस्वी यादव अगर लालू यादव के बेटे न होते तो देश में ऐसी कोई नौकरी नहीं है, जो उन्हें उनकी काबिलियत पर मिल जाए.
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और राजद का अपना ठिकाना नहीं है. ये लोग क्या किसी को पीएम बनाएंगे. 2024 में नीतीश का हाल चंद्रबाबू नायडू जैसा होगा. पीके ने ये हमला ऐसे वक्त पर बोला, जब नीतीश और तेजस्वी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं.
पीके ने बीजेपी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, बिहार में बीजेपी की औकात सिर्फ पिछलग्गू की तरह रही है. बीजेपी ने बिहार के भविष्य को नीतीश के हाथों बेंच दिया. इससे पहले प्रशांत किशोर ने कहा था, जंगलराज के डर से लोग लालू यादव के RJD को वोट न देकर मजबूरी में BJP को वोट दे रहे हैं.
उन्होंने कहा था, बिहार के लोग वोट के दिन मुख्य रूप से चार मुद्दे पर ही वोट करते हैं. पहला जाति के नाम पर जो इससे बच जाता है, वो हिन्दू- मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान के नाम पर वोट करता है. वो कहते हैं कि सब हिंदू एक हो जाओ, मुसलमानों को और पाकिस्तान को सबक सिखाना है. जबकि घर में पढ़ लिखा लड़का बेरोजगार बैठा है, उसको भूल गए हैं. लेकिन वोट के दिन केवल पाकिस्तान याद रहता है और हिंदू बनकर वोट करते हैं.