लाइव सिटीज, पटना: सितम्बर का महीना पुरे विश्व में ल्यूकेमिया-लिम्फोमा जागरूक महीना के रूप में मनाया जाता है इसी मौके पर पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल पटना में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर सरे मरीज भी भाग लिए जिनके ल्यूकेमिया-लिम्फोमा का इलाज पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल में सफलतापूर्वक किया गया था। पारस हॉस्पिटल के हेमोटोलॉजी विभागाध्यक्ष एंव सिनियर कंसल्टेंट डॉ अविनाश सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में लोगों को जागरूक किया गया कि अगर किसी को ल्यूकेमिया-लिम्फोमा होता है तो उसे परेशान होने की जरूरत नहीं है बल्कि इनके कुछ लक्षण हैं जैसे मसूड़ों से खून आना, हड्डी में दर्द, बुखार, बार-बार संक्रमण होना, नक् से खुल बहना, गर्दन, बगल, पेट या कमर में और उसके आसपास सूजन लिम्फ नोड्स के कारण होने वाली गांठ, पीली त्वचा, सांस लेने में कठिनाई जिन्हें इसके लक्षण आए उन्हें तुरंत जांच और इलाज करानी चाहिए। पारस हॉस्पिटल में इसका समुचित इलाज होता है। पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल में पिछले छः वर्ष से बीएमटी सफलतापूर्वक किया जा रहा है अभी तक कुल 43 मरीजों का बीएमटी पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल में सफलतापूर्वक इलाज किया जा चूका है।
डॉक्टर अविनाश कहते हैं इस कार्यक्रम में पारस हॉस्पिटल के कैंसर विभाग के सभी डॉक्टर भी मौजूद थे। मौके पर लोगों को बताया गया कि पारस एचएमआरआई हहॉस्पिटल मे बोनमैरो ट्रांसप्लांट की भी सुविधा भी उपलब्ध है। यहां ब्लड कैंसर, थैलेसीमिया रक्त की कमी , के लिए भी बीएमटी किया जाता है । ऐसे में बिहारवासियों को इसके लिए दूसरे राज्य में जाने की जरूरत नहीं है। इससे मरीज के परिजन की परेशानी कम होगी और खर्च भी कम होगा। इसके अलावा डॉक्टरों का कहना था कि पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल में लगभग हर तरह की बीमारियों का इलाज सुनियोजित ढंग से और विश्वस्तरीय होता है। यहां मरीजों की सुविधा का भी पूरा ख्याल रखा जाता है।
डॉक्टर सुहास अराध्ये क्षेत्रीय निदेशक पारस हेल्थकेयर कहते हैं कि हमारे पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल में इस तरह के सारे मरीजों की मदद की जाती है। ब्लड कैंसर के इलाज मे रक्त की जरूरत पढ़ती है इसलिए सभी 18 से 65 साल के स्वस्थ व्यक्ति को आगे बढ़कर रक्त दान करना चाहिए। ल्यूकेमिया-लिम्फोमा जागरुकता कार्यक्रम पर नव्या जो एक ब्लड कैंसर ग्रसित है बहुत ही सुंदर प्रेरणादायक कविता सुनाई और सबको प्रेरित किया। पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल में जागरूकता कार्यक्रम पर बच्चों के लिए पेंटिंग प्रयोगिता का आयोजन किया गया एंव हॉस्पिटल के स्टाफ और प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
आपको बता दें की पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना बिहार और झारखंड का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है। 350 बिस्तरों वाले पारस एचएमआरआई अस्पताल में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधा, तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।