लाइव सिटीज, पटना: बिहार के पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन को नीतीश सरकार ने बड़ी राहत दी है. राज्य सरकार सरकार ने आनंद मोहन सिंह समेत 27 कैदियों की जेल से रिहाई के संबंध में अधिसूचना जारी की है. आनंद को 1994 में गोपालगंज के जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था. वो आजीवन कारवास की सजा काट रहे थे.आनंद मोहन की रिहाई पर हो रही सियासत को लेकर जेडीयू ने बीजेपी पर हमला बोला है और मायावती को बीजेपी की बी टीम बताया है.
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है और कहा है कि बीजेपी अपनी बी टीम के जरिए पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का विरोध करवा रही है.ललन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि, “आनंद मोहन की रिहाई पर अब भाजपा खुलकर आई है. पहले तो यूपी की अपनी बी टीम से विरोध करवा रही थी.बीजेपी को यह पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार के सुशासन में आम व्यक्ति और खास व्यक्ति में कोई अंतर नही किया जाता है.
ललन सिंह आगे लिखते हैं, “आनंद मोहन ने पूरी सजा काट ली और जो छूट किसी भी सजायाफ्ता को मिलती है वह छूट उन्हें नहीं मिल पा रही थी क्योंकि खास लोगों के लिए नियम में प्रावधान किया हुआ था. नीतीश कुमार ने आम और खास के अंतर को समाप्त किया और एकरूपता लाई तब उनकी रिहाई का रास्ता प्रशस्त हुआ। अब भाजपाइयों के पेट में न जाने दर्द क्यों होने लगा है….! भाजपा का सिद्धांत ही है विरोधियों पर पालतू तोतों को लगाना, अपनों को बचाना और विरोधियों को फंसाना… वहीं नीतीश कुमार के सुशासन में न तो किसी को फंसाया जाता है न ही किसी को बचाया जाता है.