लाइव सिटीज, पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कुछ महीने पहले रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों को लेकर विवादित बयान दिया था. इसको लेकर लगातार वे अपने बयानों पर टिके रहे. मंगलवार को बिहार बजट सत्र के दूसरे दिन उन्होंने फिर रामचरितमानस पर ज्ञान बांटने वालों को चुनौती दी है. वह बहस करने के लिए भी तैयार हैं.
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के इस बयान पर जेडीयू विधायक ने करारा हमला बोला है.उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री मेंटली डिसऑर्डर हो चुके हैं.धर्मग्रन्थ को लेकर बेतुका बयान देने वाला व्यक्ति निश्चित तौर पर किसी बीमारी का शिकार है. उन्होंने कहा मैं डॉक्टर हूं मैं बता रहा हूं यह मेंटली डिसऑर्डर है.
जेडीयू MLA ने कहा कि अगर शिक्षामंत्री ने दूसरे धर्म के धर्मग्रंथ के बारे में कुछ कहा होता तब उस धर्म के लोग उनको रोड पर चलने के लायक नहीं छोड़ते. रामचरितमानस हिंदूओं का पवित्र धर्म ग्रंथ है. अगर उसके बारे में कोई कुछ बोलेगा तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हिंदू धर्म के लोग बहुत कुछ बर्दाश्त करते हैं लेकिन बर्दाश्त करने की भी एक सीमा होती है. जेडीयू नेता ने कहा- शिक्षामंत्री का यह बयान बिल्कुल गलत है इससे सिर्फ जेडीयू नहीं बल्कि हर सनातन धर्म मानने वाले को आपत्ति है.
इसके साथ ही जेडीयू विधायक ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर इस तरह के बयान देकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. वह बिहार के शिक्षामंत्री हैं. उन्हें तो बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर ध्यान देनी चाहिए, लेकिन वह फालतू बातें कर लोगों का ध्यान अपने तरफ खींचना चाह रहे हैं. इसके साथ ही वह रामचरितमानस को जातिवाद से जोड़ना चाह रहे हैं. यह बहुत शर्मनाक है.
आपको बता दें कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि रामचरितमानस पर जो उन्होंने कहा है वही सत्य है. ज्ञान बांटने वालों को चुनौती देते हुए कहा कि बहस कर लें. रामचरितमानस में जो कचरा है उसको हटाया जाए. शिक्षा मंत्री ने कहा कि दो पंक्तियों पर ही उन्होंने अब तक सवाल उठाया था. अभी दर्जनों पंक्तियों पर सवाल उठाना बाकी है.