लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व जनरल परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. उन्होंने दुबई में एक अमरीकी अस्पताल में आखिरी सांस ली. मुशर्रफ को एमिलॉयडोसिस नाम की दुर्लभ बीमारी थी. उन्हें बीते 10 जून को दुबई के अमेरिकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को दिल्ली के दरियागंज इलाके में हुआ था.1947 में भारत विभाजन के कुछ दिन पहले ही उनका पूरा परिवार पाकिस्तान जाने का फैसला किया था.उनके पिता पाकिस्तान सरकार में काम करते थे.
बता दें कि साल 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने. उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल जैसे युद्ध की साजिश रची.लेकिन भारत के बहादुर सैनिकों ने उनकी हर चाल पर पानी फेर दिया. अपनी जीवनी ‘इन द लाइन ऑफ फायर – अ मेमॉयर’ में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी. लेकिन नवाज शरीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाए.
1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन करने वाले 78 वर्षीय जनरल मुशर्रफ पर उच्च राजद्रोह का आरोप लगाया गया था और 2019 में संविधान को निलंबित करने के लिए मौत की सजा दी गई थी. बाद में उनकी मौत की सजा को निलंबित कर दिया गया था। 2020 में लाहौर उच्च न्यायालय ने मुशर्रफ के खिलाफ नवाज शरीफ सरकार द्वारा की गई सभी कार्रवाइयों को असंवैधानिक घोषित कर दिया था, जिसमें उच्च राजद्रोह के आरोप पर शिकायत दर्ज करना और एक विशेष अदालत के गठन के साथ-साथ इसकी कार्यवाही भी शामिल थी.