लाइव सिटीज, सहरसा: बिहार के गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड के सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन को पेरोल पर शुक्रवार को 15 दिनों के लिए बाहर आए. उन्हें अपनी पुत्री सुरभि आनंद के शुभलग्न और 97 वर्षीय मां गीता देवी के खराब स्वास्थ्य के कारण पहली बार 15 दिनों के पेरोल की सुविधा प्रदान की गई है. उनके आने की सूचना पाकर तीन दिनों से बड़ी संख्या में समर्थक जेल गेट से लेकर उनके आवास तक मंडराते रहे. कुछ कागजात की कमी के कारण बुधवार के बदले वे दो दिन बाद शुक्रवार को बाहर आए.
आनंद मोहन के जेल से बाहर आने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में समर्थक उनके आवास और जेल के समीप सुबह से ही जमा रहे. आवास पर पहुंचते ही समर्थकों के गगनभेदी नारे गूंज उठे. लंबे समय तक जेल में रहने और पहली बार पैरोल पर बाहर आने के कारण इंटरनेट मीडिया पर बुधवार से ही इसको लेकर चर्चा जारी है. पूर्व सांसद के पुत्र शिवहर विधायक चेतन आनंद ने बुधवार को ही इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों को किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देने का आग्रह किया था.
आनंंद मोहन की पत्नी लवली आनंद सहरसा जेल गेट पर मौजूद थी. आनंद मोहन की नजर जैसे ही उनकी पत्नी पर पड़ी उन्होंने गीता की कुछ पंक्तियां उन्हें सुनाई. आनंद मोहन ने कहा कि ‘जो हुआ अच्छा हुआ, जो हो रहा अच्छा हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा.’ उन्होंने कहा कि शुभ काम के लिए वे जेल से बाहर आए हैं. सहरसा जेल से निकलने के बाद वे सबसे पहले अपनी मां गीता देवी से मिलने पहुंचे. घर में उनके आगमन की पूरी तैयारी की गई थी.