लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बिहार के बेतिया के नौतन प्रखंड के मंगलपुर काला गांव बाढ़ के पानी में पूरी तरह से डूब गया है. लगभग 50 घर जल समाधि ले चुके हैं और सैकड़ों लोग चंपारण तटबंध पर पलायन कर चुके हैं. हर बार की तरह इस बार भी यहां पर बाढ़ आई है और यहां के लोग पलायन कर रहे हैं.
मंगलपुर काला गांव के लोग राहत सामग्री का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि उनके घर पूरी तरह से डूब चुके हैं और यह सड़कों पर रहने को मजबूर हैं. नीचे पानी और ऊपर बरसात, इस सूरत में उनके पास प्लास्टिक तक नसीब नहीं हो रहा है. जिससे गांव के लोग काफी परेशान हो गए है.
गांव की हालत देखकर सरकार दंग रह जाएगी क्योंकि यहां के 50 घर पूरी तरह से डूब गए हैं. नाव पर बैठी महिलाएं और बाढ़ पीड़ित अपनी दर्द को बयां कर रहे हैं. बता रहे हैं कि 4 साल पहले इन लोगों को सीओ के द्वारा यहां पर बसाया गया और इनको हर साल बाढ़ से जद्दोजहद करने के लिए छोड़ दिया गया है.
जानकारी के अनुसार, पिछले 4 साल से इस गांव में हर साल बाढ़ आती है और गांव को जलमग्न कर देती है. बाढ़ पीड़ित काफी आक्रोशित हैं. वह बता रहे हैं कि यहां पर 4 साल पहले इनको बसाया गया और आज तक इनकी सुध लेने कोई नहीं आया. यहां देर रात बाढ़ का पानी आया और उसका अल्टीमेटम भी स्थानीय प्रशासन के द्वारा नहीं दिया गया.
जिसके बाद ग्रामीण इलाके में पानी बढ़ने लगा तो यह गांव छोड़कर ऊंचे स्थान पर पलायन करने को मजबूर हो गए. जिसके वजह से घर में अनाज, कपड़े सहित सब छूट गया और वह सब कुछ बर्बाद हो गया है.
मंगलपुर काला के जो बाढ़ पीड़ित हैं जिनकी आबादी सैकड़ो में है उन तमाम लोगों के बीच यहां पर राहत सामग्री का वितरण होना चाहिए और गांव में आने-जाने के लिए सरकार को नाव की सुविधा बहाल करनी चाहिए. ताकि बाढ़ पीड़ितों के जख्म पर कुछ मलहम लगा सके.