लाइव सिटीज, पटना: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस अचानक एक्टिव हो गए हैं। अब उनका फोकस बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर है।
उन्होंने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर 31 जुलाई को बैठक बुलायी है। सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि प्रदेश रालोजपा मुख्यालय में होने वाली बैठक में सभी पदाधिकारियों, प्रकोष्ठों के अध्यक्षों तथा जिला अध्यक्षों को बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में पार्टी के सभी प्रखंड अध्यक्षों को भी बुलाया गया है।
बैठक में दलित सेना के भी राज्य कार्यसमिति के सभी पदाधिकारी एवं जिलाध्यक्ष शामिल होगें। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान, पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, पूर्व सांसद चंदन सिंह तथा विधान पार्षद भूषण कुमार के अलावा पूर्व सांसद व पूर्व विधायक भी बैठक में शामिल होंगे।
बैठक में पार्टी के संगठन को विस्तार देने और प्रखंड से लेकर बूथ स्तर तक पार्टी को और भी धारदार बनाने चर्चा की जाएगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान पशुपति पारस की पार्टी को एनडीए में जगह नहीं मिली थी। उनकी जगह उनके भतीचे चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को एनडीए ने पांच सीटें दी थीं।
लोकसभा चुनाव के बाद से ही पशुपति पारस अलग-थलग पड़ गए हैं। हाल ही में बिहार सरकार ने उनकी पार्टी के दफ्तर को भी लोजपा (रामविलास) के नाम पर आवंटित कर दिया था। जिसके विरोध में पारस ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। मामला अब तक लंबित है।