लाइव सिटीज, पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा के लिए पांच मौका देने पर सहमति दे दी है। इसमें तीन ऑनलाइन और दो ऑफलाइन परीक्षाएं होंगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करीब साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों के लिए दो और मौके पर मुहर लगा दी।
सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए इनके पास दो बार ऑफलाइन (लिखित) जबकि तीन बार ऑनलाइन परीक्षा में बैठने का अवसर होगा। किसी एक परीक्षा में पास होने पर इन्हें राज्यकर्मी का दर्जा मिल जाएगा। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने प्रेस बयान जारी कर मुख्यमंत्री की सहमति की जानकारी दी।
इससे पहले शिक्षा विभाग ने कहा था कि नियोजित शिक्षकों की तीन बार ऑनलाइन परीक्षाएं ली जाएंगी। विभाग द्वारा गठित कमेटी ने अनुशंसा की थी कि तीनों बार अनुत्तीर्ण रहने वालों की सेवा समाप्त की जाएगी। इसके विरोध में नियोजित शिक्षकों ने आंदोलन शुरू कर दिया। 13 फरवरी को विधानसभा घेराव का एलान कर दिया।
इसके बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने पर किसी की नौकरी पर खतरा नहीं आएगा। सरकार ने अभी इस पर निर्णय नहीं लिया है। फिर भी आंदोलन जारी रहा।