लाइव सिटीज, पटना: संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल 20 सितंबर को लोकसभा में पास कर दिया गया. वहीं, इसको लेकर खूब राजनीतिक बयानबाजी हो रही है. इसको लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने गुरुवार को कहा कि महिला आरक्षण को लेकर शुरू से हम लोग पक्ष में हैं, लेकिन इसमें हम लोग की पहले से पुरानी मांग रही है और आज भी है कि महिला आरक्षण हो, लेकिन आरक्षण में भी पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक महिलाओं को आरक्षण मिलना चाहिए और इसकी मांग पहले से हम लोग करते रहे हैं. वहीं, आगे उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महिला आरक्षण बिल के नाम पर पीएम मोदी एक बार फिर जुमला फेंक रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस महिला आरक्षण बिल से क्या कुछ हो जाने वाला है. बिल जब पास हो गया तो महिलाओं को लाभ भी तो मिलना चाहिए, लेकिन कहा जा रहा है कि 2029 में लाभ मिलेगा. 33 प्रतिशत नहीं, हमारी पार्टी चाहती है कि महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए, लेकिन उस 50 प्रतिशत में गरीब और दबे पिछले लोगों को भी ध्यान में रखकर आरक्षण दिया जाए. इसके साथ ही हमारी मांग है कि जल्द से जल्द इसे लागू किया जाना चाहिए, लेकिन यह लागू कैसे होगा? इसे लागू करने के लिए जनगणना होनी आवश्यक है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि हम तो चाहते हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए और उसी आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए. इसके बाद परिसीमन का काम है. यह काम जो अभी किया जा रहा है. इसे अगर पहले किया जाता तो 2024 में महिलाओं को लाभ मिल जाता, लेकिन ये लोग तो चुनाव के लिए राजनीति कर रहे हैं.