लाइव सिटीज, पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो.चंद्रशेखर के श्रीरामचरितमानस पर दिए बयान के बाद लोग इसके खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. रामचरितमानस को समाज बांटने वाला और नफरत फैलाने वाला किताब बताने पर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बिहार के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है की रामचरितमानस का अपमान करने वाले शिक्षा मंत्री को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए. उनके ऊपर मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए. शिक्षा मंत्री ने अपने बयान से करोड़ों हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंचाई है.
दरअसल नीतीश सरकार में शामिल बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस की एक चौपाई का ‘अधम जाति में विद्या पाए, भयहु यथा अहि दूध पिलाए’ चौपाई का उल्लेख करते हुए कहा कि रामचरितमानस समाज को बांटने वाला ग्रंथ है.
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान दुर्भावना से ग्रसित है. IPC की धारा 295 (A) के तहत इनपर मुकदमा चलना चाहिए. धर्म निंदा ईश्वर निंदा के लिए भारत के कानून में सजा का प्रावधान है. इसके लिए 1 साल से तीन साल की सजा का प्रावधान है. हमारी मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें. इनके बयान ने करोड़ों हिन्दूओं के भावना को आहत किया है.
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा- अगर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव इससे सहमत हैं तो इसे स्पष्ट करें.उन्होंने कहा कि रामचरित्रमानस को समझने के लिए भगवान की भक्ति, विवेक और निर्मल हृदय चाहिए. इसे यह कपटी मंत्री कैसे समक्ष पाएंगे. दरअसल जब जब सत्तालोलुप क्षेत्रीय पार्टियां कमजोर पड़ जाती है तब-तब ऐसी पार्टियां समाज को बांट कर राजनीतिक फसल को हरा भरा करने में लग जाते हैं. आरजेडी और जेडीयू भी इसी प्रयास में है