लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: प्रदेश में प्रदूषण की मार लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को दिल्ली से ज्यादा प्रदूषण दरभंगा में रिकार्ड किया गया। दरभंगा में शुक्रवार को एयर क्वालिटी सूचकांक (एक्यूआइ) 424 रिकार्ड किया गया, जबकि दिल्ली में 303 दर्ज किया गया। दरभंगा के अलावा सिवान में 401, छपरा में 342, बक्सर में 386, पटना में 337, मुजफ्फरपुर में 301, समस्तीपुर में 337, सहरसा में 325, भागलपुर में 324, कटिहार में 370, पूर्णिया में 369 एवं बिहारशरीफ में 332 एक्यूआइ रिकार्ड किया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के मौसम की वजह से प्रदूषण की समस्या गंभीर हो गई है। वातावरण में बढ़ी नमी एवं धूलकण ने एक लेयर बना दिया है। नमी के कारण ही वातावरण में धूलकण फैल नहीं पा रहा है। इस कारण वायु प्रदूषण काफी बढ़ गया है। प्रदूषण का गंभीर असर सभी उम्रवर्ग के लेागों पर पड़ रहा है। पीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डा.राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि बच्चे खासकर काफी प्रभवित हो रहे हैं। वे जल्दी प्रदूषण जनित समस्याओं की चपेट में आ जाते हैं। बच्चों में सर्दी-खांसी, बुखार एवं अन्य बीमारियों के लक्षण दिख रहे हैं।
प्रदूषण पर सियासत भी खूब हो रही है। विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर है। इधर लोगों का कहना है कि देश की राजधानी की तुलना में बिहार में फैक्ट्री, वाहनों की संख्या काफी कम है फिर यहां प्रदूषण की यह स्थिति क्यों है। इसपर गंभीरता से चिंतन मनन करने की जरूरत है। बता दें कि ऐसा नहीं है कि प्रदूषण किसी एक शहर में बढ़ रहा है। कभी दरभंगा तो कभी बेतिया, कभी पूर्णिया और कभी राजधानी पटना में रिकार्ड प्रदूषण हो रहा है। एक्यूआइ तीन सौ से ऊपर रहना तो जैसे आम बात हो गई है। आने वाले दिनों में क्या स्थिति होती है देखना होगा।