लाइव सिटीज, पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आज तीसरा दिन है. सदन में आज वैशाली में शहीद बेटे का स्मारक बनाने पर पिता को जेल भेजने के मामले पर जमकर हंगामा हुआ.बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर प्रदर्शन किया। तेजस्वी के भाषण के दौरान विधायकों ने कुर्सियां उठा लीं. सरकार शर्म करो…शर्म करो के नारे लगाए गए। हंगामे के बाद बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया.
वहीं लंच के बाद विधानसभा में बोलते हुए इस मामले में नीतीश कुमार ने कहा है कि आज ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात हुई है.आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कई बातें कहीं. उन्होंने कहा कि जो लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं, उनके परिजनों को मुआवजा नहीं मिलेगा. मैं बार बार बोल रहा कि शराब मत पियो. लोग फिर भी शराब पी रहे और मर रहे हैं. इसके अलावा सूबे में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने को लेकर बात कही. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल गया होता तो आज स्थिति कुछ और होती. पिछड़ा राज्य को देखकर करते तो पूरा देश विकसित होता. हम लोगों को केवल राज्य सरकार के तौर पर काम करने को मिलता, लेकिन चाहते हैं कि देश आगे बढ़े.
उन्होंने कहा की केंद्र की योजना आती है तो उसमें 40 से 50 प्रतिशत हम लोगों को देना पड़ता है. हमारे ऊपर तो राज्य का ही भार होता है. अब उनको कहते हैं तो वो सुनते नहीं हैं. राज्यों का जो हिस्सा बना हुआ है, वो पैसे तो समय पर मिल जाने चाहिए. वो भी नहीं मिल पाता है. राज्य अपने स्तर से तो काम कर ही रही है.
मुख्यमंत्री बोले कि केंद्र जब राज्य की सुनेगा ही नहीं तो राज्य के पास कैसे पैसे आएंगे. पूरे देश के हर राज्यों को बिजली का एक ही दर मिलना चाहिए. नीतीश कुमार ने वन नेशन वन रेट का फिर से राग अलपाया. कहा कि विकसित राज्यों को पैसा कम लगता, हम लोग अविकसित हैं तो क्या ज्यादा पैसा लगेगा? हमलोग बोलते रहते हैं, केंद्र सरकार ने मीडिया पर कब्जा कर लिया है. हमलोग क्या ही कर सकते हैं.