लाइव सिटीज, मधेपुरा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए प्रचार करने मधेपुरा पहुंचे। मधेपुरा लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी दिनेशचंद्र यादव के पक्ष में सीएम नीतीश ने मधेपुरा के आलमनगर में जनसभा को संबोधित कियाअपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 2005 से हम लोग बिहार की सेवा कर रहे हैं। उससे पहले बिहार का क्या हाल था, सब को पता है। उन्होंने कहा है कि याद कीजिए 18 साल पहले बिहार में किस तरह के हालात थे। कोई भी शाम को घर से बाहर नहीं निकल पाते थे। हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होते रहता था। अब शाम क्या देर रात तक लोग टहलते रहते हैं। हिन्दू-मुस्लिम का कोई झगड़ा नहीं है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
सीएम नीतीश ने कहा, उस समय बहुत कम बच्चे पढ़ पाते थे। अब सभी बच्चे पढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य का काम भी ठीक नहीं था। पहले लड़कियां गरीबी के कारण पढ़ नहीं पाती थी। अब लड़कियां खूब पढ़ती है। लड़कियों की पढ़ाई के लिए हमलोगों ने इंतजाम करवाया है। लड़का और लड़की के लिए पोशाक योजना, साइकिल योजना चलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा, हम लोगों ने शिक्षकों के लिए बहाली करवाया। स्वास्थ्य केंद्रों की क्या हालत थी। 2005 से पहले स्वास्थ्य केंद्र में एक महीना में मुश्किल से लोग जाते थे। इसको हमने देखा और डॉक्टर एवं इलाज की सुविधा को बढ़ाया। इंटर पास करने पर लड़कियों को 25 हजार और स्नातक पास करने पर 50 हजार रुपए दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों की पढ़ाई शुरू हुई उसी के चलते प्रजनन दर में कमी आई।उन्होंने कहा कि माइनॉरिटी के लोग याद कीजिए, पहले कितना झगड़ा होता था। अब झगड़ा नहीं है। कब्रिस्तान की घेराबंदी कोई करता था ? 2006 से अब तक 8000 से अधिक कब्रिस्तान की घेराबंदी की गई।