लाइव सिटीज, पटना: अभ्यर्थियों और विपक्षी नेताओं की शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी और धांधली के आरोप के बीच बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के चेयरमेन अतुल प्रसाद का बड़ा बयान आया है.उन्हौने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इंकार किया है. उन्हौने कट ऑफ और सेकेंड लिस्ट भी जारी करने की बात कही है.अतुल प्रसाद ने सोसल मीडिया X पर ट्वीट करते हुए अपनी बाते कही हैं.
बीपीएससी चेयरमेन अतुल प्रसाद ने कहा कि कुल 28,815 नियोजित शिक्षकों का चयन इस परीक्षा में हुआ है,वहीं 88 प्रतिशत बिहार के अभ्यर्थियों का चयन हुआ है.महज
12% बिहार से बाहरी लोगों का चयन हुआ है.नियोजित शिक्षकों के साथ ही अर्ध सैनिक बल, रेलवे, केंद्रीय विद्यालय के शिक्षकों का भी चयन हुआ है.कुल 1 लाख 21 हज़ार अभ्यर्थियों का चयन हुआ है.
फर्जी अभ्यर्थियों के चयन के सवाल पर अतुल प्रसाद ने कहा कि इतनी बड़ी भर्ती के बाद सफल और असफल अभ्यर्थियों के मन में सवाल उठना लाजिमी है,पर फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर चयन की बात है तो ये चयन अभ्यर्थियों द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर सशर्त की गयी है.उनके द्वारा दी गयी जानकारी को हमलोग सर्टिफिकेट जांच के दौरान पुख्ता कर रह रहे हैं. अगर आवेदन मे दिेए गए जानकारी के अनुसार कोई अभ्यर्थी प्रमाण पत्र नहीं देता है तो परीक्षा में सफल होने के बाद भी उन्हें योगदान का मौका नहीं दिया जाएगा और अगर उन्हौने कोई गलत या फर्जी जानकारी दी है तो कदाचार के अधिनियम के तहत हम उनके खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे.इसलिए जिस फर्जी अभ्यर्थियों के जिस सवाल को ये लोग उठा रहे हैं,उस पर आयोग और शिक्षा विभाग पहले से काम कर रहा है.इसलिए इस मुद्दे को उठाकर अभ्यर्थी अपना समय जाया कर रहे हैं.