लाइव सिटीज, पटना: बीजेपी (BJP) के सभी एमएलए और एमएलसी विधानसभा में शुक्रवार को उस शिलापट्ट के सामने प्रदर्शन किया, जिसे सीएम नीतीश के हाथों भवन का उद्घाटन होने की बात कही गई है. बिहार विधानसभा के नये भवन का नीतीश ने अपने हाथों उद्घाटन किया था. बिहार विधान सभा के विस्तारित भवन का उद्घाटन नीतीश कुमार ने किया था.
इस पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश से सवाल किया कि राज्यपाल से आपने उद्घाटन क्यों नहीं कराया? फिर कैसे आप यह मांग कर रहे हैं कि नई संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराया जाए? आदिवासी दलित शोषित वंचितों के प्रति झूठा प्रेम दिखाना बंद करिये.
इस दौरान बीजेपी नेताओं ने बिहार विधानसभा उप भवन का भी शिलापट्ट दिखाया. इसका शिलान्यास कांग्रेस के मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह ने 1989 में किया था. 1994 में फिर मुख्यमंत्री लालू यादव ने उद्घाटन किया था. राज्यपाल से नहीं कराया गया था. शिलापट्ट में राज्यपाल का नाम भी नहीं है. विजय सिन्हा ने स्मृति स्तम्भ के शिलापट्ट को भी दिखाया, तब वह स्पीकर थे।
उन्होंने बताया कि शिलान्यास राष्ट्रपति के द्वारा कराया गया था. राज्यपाल को भी आमंत्रित किया गया था. शिलापट्ट में नाम है. स्मृति स्तम्भ का अनावरण प्रधानमंत्री मोदी ने किया तभी राज्यपाल को मैंने आमंत्रित किया था. शिलापट्ट में यह सब लिखा हुआ है. ये बीजेपी की संस्कृति है. विधानसभा भवन के सौ वर्ष होने पर स्मृति स्तम्भ बना था.