लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तमाम दल अपनी अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं. बिहार में राजद के नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन का मुकाबला भाजपा के फ्रंट सीट वाली एनडीए से हो रहा है. राजद ने अपनी सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. जब से सीटों पर उम्मीदवारी घोषित हुई है उसके बाद से ही राजद में इस्तीफों की बाढ़ आ गई है. पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम और बृशिण पटेल ने एक ही दिन अपना इस्तीफा भेज दिया था. राजद अभी इस्तीफों से उबरी भी नहीं थी कि पार्टी के एक और बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने भी अपने बागी तेवर दिखा दिए हैं.
रविवार 14 अप्रैल को राजधानी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देवेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि हम पार्टी को मजबूत कर रहे थे और आज भी कर रहे हैं.सांसद अशफाक करीम के इस्तीफा देने से जुड़े सवाल पर बोलते हुए देवेंद्र यादव ने कहा कि
“अभी तो विकेट गिरना शुरू हुआ है. कितना गिरेगा, इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि मैं अपनी आगे की रणनीति अपने साथियों से बात करने के बाद तय करूंगा.”
पहले भी देवेंद्र राजद छोड़ चुके हैं जब इस पर सवाल हुआ तो देवेंद्र ने कहा कि “जब मैंने मुलायम सिंह का सपोर्ट किया तो मुझे मिनिस्ट्री से हटाया गया था.उसके बाद भी मैंने समाजवाद के लिए कई बार समझौता किया.”
लालू यादव ने तेजस्वी के लिए फोन किया
ABP News के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव ने जेल से टेलीफोन किया और तेजस्वी यादव को मजबूत करने के लिए बोले. उसके बाद मैं तेजस्वी जी के साथ कंधा से कंधा मिला कर सहयोग किया और आशीर्वाद दिया. मैंने हमेशा समझौता किया है. लेकिन अब नहीं कर सकता हूं. उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल में पार्टी में बना हुआ हूं. आगे की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि“राजनीति संभावनाओं का खेल है. पार्टी घर है और घर में, मैं धोखा खा लेना बेहतर समझता हूं लेकिन किसी को धोखा नहीं दे सकता. इसलिए जो चीज अभी चल रही है, वह बहुत ही दुखद है और विचारणीय है. उन्होंने इस मौके पर एक शेर भी कहा
“जिंदगी में तुमसे समझौता हर मोड़ पर करूंगा”