बिहार में डेंगू लगातार खतरनाक रूप लेता जा रहा है। मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। डेंगू से मौत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। पटना में जहानाबाद के एक शिक्षक की डेंगू से इलाज के दौरान मौत हो गई।
खबर के मुताबिक जहानाबाद के इंडोर स्टेडियम परिसर में संचालित कन्या मध्य विद्यालय में कार्यरत शिक्षक विकास कुमार की मौत रविवार की सुबह डेंगू से हो गई। मूल रूप से अरवल जिले के करपी प्रखंड के कसौटी गांव निवासी शिक्षक कुछ दिन पहले डेंगू से पीड़ित थे। उनका इलाज पटना के कंकड़बाग के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। दिवंगत शिक्षक जहानाबाद शहर के कर्पूरी नगर शहीद भगत सिंह नगर रोड माले कार्यालय के पास घर बनाकर सपरिवार रहते थे।
दीपावली और छठ पर्व का उल्लास उस पर रविवार के कारण डेंगू जांच नहीं होने की आशंका में बहुत कम लोग जांच कराने अस्पताल पहुंचे। इस कारण डेंगू का आंकड़ा अचानक आधे से कम हो गया है। हालांकि, शनिवार को लिए गए नमूनों में से 170 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसके अलावा पीएमसीएच में 123 लोगों की जांच में 74 में डेंगू की पुष्टि हुई, इसमें से 54 पटना के निवासी हैं। इसके विपरीत एनएमसीएच में 130 में से 57 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि अजीमाबाद अंचल में सबसे अधिक 43 डेंगू मरीज मिले हैं। इसके बाद बांकीपुर अंचल में 40, कंकड़बाग में 20, पाटलिपुत्र में 3, नूतन राजधानी अंचल में 4 और पटनासिटी में एक मरीज मिला है। जब तक तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचता डेंगू मच्छरों का कहर जारी रहेगा, ऐसे में लाेगों को चाहिए कि वे खुद को उनसे बचाने की एहतियात बरतते रहें।